समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यूपी की योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के अपराधी कहीं गए नहीं है, बल्कि उनका ‘भाजपाईकरण’ हो गया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यूपी की योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के अपराधी कहीं गए नहीं है, बल्कि उनका ‘भाजपाईकरण’ हो गया है। शुक्रवार को सपा मुख्यालय से जारी एक बयान में अखिलेश यादव ने काशी में साधु की हत्या और अयोध्या में राम मंदिर की सफाईकर्मी से गैंगरेप को लेकर सरकार को घेरा और कहा कि अपराध और कानून-व्यवस्था पर जीरो टॉलरेंस का भाजपा सरकार का दावा फेल है।
अखिलेश ने उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अपराधियों ने एक साधु की सरेआम बेरहमी से हत्या कर दी। अयोध्या के राम मंदिर में सफाईकर्मचारी से इस साल 16 से 25 अगस्त तक कई बार सामूहिक दुष्कर्म सत्ता दल से संबंधित लोगों ने किए। महिलाएं आस्था के स्थान पर भी सुरक्षित नहीं हैं।
सपा प्रमुख ने कहा कि यह घटनाएं उत्तर प्रदेश में बेखौफ घूम रहे दुर्दांत गैंग का सच सामने ला रही हैं। प्रदेश में हर दिन हत्याएं हो रही हैं। अपराधियों में प्रशासन का कोई डर नहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश देश में सबसे ऊपर है, लेकिन भाजपा सरकार बेशर्मी से अपने कुकर्मो पर पर्दा डालती रहती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के लोग जब यह कहते है कि अपराधी प्रदेश छोड़कर भाग गए हैं, तो वह सच से मुंह मोड़ रहे होते हैं। दरअसल भाजपा सरकार में अपराधी कहीं नहीं गए हैं, उनका भाजपाईकरण हो गया है।
उन्होंने दावा किया, ”तमाम दबंगों, अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। सरकार हर स्तर पर भेदभाव करती है। अखिलेश ने यह भी आरोप लगाया कि जाति और धर्म देखकर सजाएं तय की जाती हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता दल से जुड़े असामाजिक तत्वों को छूट मिलती है और विपक्षियों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई में देर नहीं लगती है, इसीलिए अपराध की घटनाएं कम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही हैं।
गौरतलब है कि अयोध्या के कैंट थाने में पीड़ित युवती द्वारा दर्ज कराई गयी प्राथमिकी के अनुसार 16 से 25 अगस्त के बीच तीन अलग-अलग मौकों पर उससे सामूहिक दुष्कर्म किया गया। सामूहिक दुष्कर्म के आरोप पर पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अयोध्या के पुलिस अधीक्षक (शहर) मधुवन सिंह ने बताया था कि गिरफ्तार किये गए लोगों की पहचान वंश, विनय, शारिक, शिवा और उदित के रूप में हुई है।
पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में महिला ने दावा किया, “वह अयोध्या में राम जन्मभूमि पर सफाईकर्मचारी के रूप में काम करती है और एक स्थानीय महाविद्यालय में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा है।”