बरेली के मीरगंज में दो जोड़ा नदी करनपुर में लगातार कटान कर रही है। नदी अब आबादी के नजदीक पहुंच गई है। जमीन को काटते हुए लोगों के घरों तक नदी का पानी पहुंचने लगा है।
बरेली के मीरगंज में दो जोड़ा नदी करनपुर में लगातार कटान कर रही है। नदी अब आबादी के नजदीक पहुंच गई है। जमीन को काटते हुए लोगों के घरों तक नदी का पानी पहुंचने लगा है। कटान के खतरे को देखते हुए ग्रामीण मकानों को उजाड़ने में जुटे हैं। दोजोड़ा नदी गत चार दिनों से करनपुर में लगाकर कटान कर रही है। ग्रामीणों के तमाम प्रयासों के बाद भी नदी कटान करती हुई मकानों तक पहुंच गई है। मंगलवार को नदी घरों के पास पड़े घूरों की जमीन काट रही है।
चौल सिंह, मिढ़ई सिंह, योगेंद्र सिंह, सहवीर सिंह, मान सिंह, बाबू सिंह, शिशुपाल सिंह, कमल सिंह के घरों से चंद कदम की दूरी पर नदी बह रही है। लेखपाल शशांक पुरी ने बताया नदी मकानों से पांच मीटर की दूरी पर है। नदी के आस-पास के लोगों ने घरों पर बढ़ रहे खतरे को देखते हुए मकानों को छोड़ दिया है।
नुकसान का होगा सर्वे
एसडीएम तृप्ति गुप्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किच्छा, बहगुल एवं भाखड़ा में पानी सामान्य स्तर पर पहुंच गया है। राजस्व कर्मचारी नुकसान का सर्वे करेंगे। 35 से अधिक नुकसान सर्वे में मिला तो मुआवजा की कार्रवाईप्रशासनकरेगा।
राहत कम होने लगा रामगंगा का जलस्तर
बीते दिनों हुई बारिश के बाद जलाशयों से पानी छोड़ा गया था। किच्छा व रामगंगा नदी के जलस्तर मेंबढ़ोत्तरी हुई थी। जलस्तर में वृद्धि होने से बहेड़ी, मीरगंज व भमौरा के कई गांवों व खेतों में पानी पहुंच गया था। इधर मंगलवार को रामगंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई। सोमवार रात आठ बजे रामगंगा का जलस्तर जहां 161.650 मीटर था। तो मंगलवार की शाम छह बजे यह घटकर 161.360 मीटर, रात आठ बजे यह घटकर 161.320 मीटर पहुंच गया। अधिशासी अभियंता धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि चौकियों को अलर्ट करने के साथ ही लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।