भारतीय ड्राइवर कुश मैनी रविवार को बाकू में फार्मूला टू रेस के दौरान एक गंभीर दुर्घटना में बाल-बाल बच गए। फार्मूला टू रेस को फार्मूला वन रेस का सहायक रेस माना जाता है। यह भीषण दुर्घटना फार्मूला वन के अजरबैजान ग्रां प्री से पहले फॉर्मूला टू रेस के शुरुआती लैप में घटी। इस 23 साल के भारतीय ड्राइवर की कार अचानक रूक गई और पीछे से आ रहे उनके साथी ड्राइवरों जोसेप मारिया मार्टी और ओलिवर गोएथे की कारें उनकी कार से टकरा गयी।
इस भीषण दुर्घटना में कुश की कार का पिछला हिस्सा पूरी तरह से नष्ट हो गया लेकिन वह सुरक्षित रूप से बाहर निकलने में सफल रहे। कुश के पिता गौतम ने ‘पीटीआई-भाषा’ से पुष्टि की कि उनका बेटा ठीक है। उन्होंने कहा, ‘‘वह ठीक हैं। मानक प्रोटोकॉल के तहत कुश की सभी मेडिकल जांच की गई और सभी रिपोर्ट सामान्य हैं।’’ कुश फार्मूला टू रेस में इनविक्टा रेसिंग टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह मौजूदा सत्र की तालिका में वह 11वें स्थान पर हैं। पिछले दो दशकों में मोटरस्पोर्ट में सुरक्षा में काफी सुधार हुआ है लेकिन यह खेल खतरनाक बना हुआ है।
फॉर्मूला टू ड्राइवर एंथोइन ह्यूबर्ट की 2019 में बेल्जियम के प्रतिष्ठित स्पा फ्रैंकोरचैम्प्स सर्किट में एक दुर्घटना के बाद चोटों के कारण मौत हो गई थी। फ्रांस का यह खिलाड़ी उस समय महज 22 साल का था। जापान ग्रां प्री 2014 में जूल्स बियानची की एक रिकवरी वाहन से टक्कर के बाद मृत्यु हो गई थी। इस घातक दुर्घटना के बाद इस रेस के संचालक एफआईए ने सभी फॉर्मूला वन कारों में सिर की रक्षा करने वाले ‘हेलो उपकरण के इस्तेमाल को शुरू किया।