कामकाजी महिलाओं को आधी रात में उनके घर छोड़ने वाले कैब के ड्राइवर का वेरीफिकेशन कराया जाएगा। वहीं ड्राइवर को यह हिदायत दी जाएगी कि वह रात में जहां महिलाओं को उतारे वहां इस बात का भी ख्याल रखें कि वह एरिया डार्क जोन (अंधेरा) न हो। प्रकाश वाले जगह पर ही उन्हें उतारें। यहीं नहीं आधी रात में अगर कोई महिला सड़क पर अकेली फंस गई है तो वह घर जाने के लिए पुलिस से भी मदद ले सकती है। डायल 112 पर कॉल कर उसे पुलिस को सूचना देनी होगी। पास की पीआरवी पांच मिनट में मौके पर पहुंच कर उन्हें घर पहुंचाएगी।
कोलकता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या की घटना के बाद कामकाजी महिलाओं के लिए पूरे देश में गाइड लाइन जारी हो रही है। ऐसी संस्थाएं जहां रात में महिलाएं काम करती हैं या फिर देर से उनकी छुट्टी होती है उन संस्थाओं के लिए खासतौर पर सतर्कता बरतने को कहा गया है।
उन्हें महिलाओं को रात में छोड़ने के लिए गाड़ी की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। यही नहीं, उसके ड्राइवर का वेरीफिकेशन पुलिस से कराना होगा और पूरा रिकार्ड पुलिस को देना होगा। इसी के साथ गाड़ी चालक को भी हिदायत होगी कि अगर वह किसी महिला को उसके घर के गेट तक नहीं छोड़ पा रहा है कुछ दूर गली या चौराहे पर छोड़ रहा है तो इस बात का ध्यान रखना होगा कि वह जहां अपनी गाड़ी से उतार रहा है वहां अंधेरा नहीं होना चाहिए। यह भी कोशिश होनी चाहिए कि जिस समय वह गाड़ी से उतारे उस समय महिला के घर का कोई सदस्य वहां तक आ जाए। जिससे महिला सुरक्षित अपने घर पहुंच जाए।
यही नहीं पुलिस की तरफ से भी महिला को छोड़ने की व्यवस्था दी गई है। महिलाओं को जब लगे कि उनके घर तक जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिल रहा है तो वह पुलिस के डायल 112 नम्बर पर कॉल कर पीआरवी की मदद ले सकती हैं। पीआरवी में महिला को कोई दिक्कत न हो इसके लिए रात में महिला कांस्टेबल की भी ड्यूटी लगाई जा रही है। ताकि किसी महिला पुलिस की गाड़ी से जाने में कोई हिचक न रहे।