अगले माह यानी अक्टूबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होना है। सभी पार्टियां इस चुनावी रण की तैयारियों में जुटी हैं। इस चुनाव के लिए बीते कुछ दिनों से कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है। ऐसे में AAP-कांग्रेस गठबंधन से पहले ही नेताओं के सुर बदलने लगे हैं। इस बीच इसको लेकर AAP नेता सोमनाथ भारती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट भी किया है।
AAP नेता सोमनाथ भारती ने सोशल मीडिया प्लेटऑर्म ‘एक्स’ पर अपने हैंडल @attorneybharti सो पोस्ट करते हुए लिखा, ” हरियाणा में आप-कांग्रेस गठबंधन पर हस्ताक्षर होने से पहले @AamAadmiParty को लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में बने इसी तरह के गठबंधन की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना चाहिए।”
‘AAP उम्मीदवारों, खासकर मुझे कोई समर्थन नहीं मिला’
उन्होंने आगे पोस्ट में कहा, “मेरे राष्ट्रीय संयोजक @ArvindKejriwal जी ने तीनों कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए रोड शो किए, वहीं AAP के वरिष्ठ नेताओं और कैबिनेट मंत्रियों ने तीनों कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। लेकिन AAP उम्मीदवारों, खासकर मुझे, दिल्ली कांग्रेस और स्थानीय नेताओं से बिल्कुल भी समर्थन नहीं मिला। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख सरदार अरविंदर सिंह लवली समेत कई कांग्रेसी नेता चुनाव प्रचार के बीच में ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।”
‘AAP को अपनी दम पर चुनाव लड़ना चाहिए’
सोमनाथ भारती ने आगे पोस्ट में लिखा, ” वरिष्ठ कांग्रेस नेता @ajaymaken ने मिलने से भी इनकार कर दिया, जितेन्द्र कोचर (मालवीय नगर में) जैसे स्थानीय नेताओं ने इस गठबंधन के खिलाफ काम किया और कथित तौर पर पैसे के लिए भाजपा के सांसद उम्मीदवार के लिए वोट मांगे। हमारे संसदीय क्षेत्रों में @RahulGandhi या @priyankagandhi या श्री @kharge का कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया, जिससे कांग्रेस के वोट हमारे पक्ष में एकजुट हो सकें। AAP के समर्थक इस तरह के बेमेल और स्वार्थी गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं और AAP को हरियाणा, पंजाब और दिल्ली की सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए।
‘बीजेपी हरियाणा अपनी मृत्युशैया पर है’
AAP नेता ने आगे लिखा, “@BJP4Haryana अपनी मृत्युशैया पर है, कांग्रेस में भारी अंतर्कलह है और हरियाणा केजरीवाल जी का गृह राज्य है, @AamAadmiParty को हरियाणा में पहली गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेसी ईमानदार सरकार देने के लिए अपने दम पर सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। और हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जिस काल्पनिक शराब घोटाले ने भाजपा को महीनों और सालों तक हमारे नेताओं को गिरफ्तार करने का कारण दिया, उसकी साजिश श्री माकन ने रची थी और उसे सख्ती से आगे बढ़ाया था। जब आप को हराने की बात आती है, तो भाजपा और कांग्रेस दोनों खुलेआम या चुपके से एक साथ काम करते हैं।”
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