How pickleball is winning hearts: क्या दुनिया भर में टेनिस को पिकलबॉल से मिल रही चुनौती से खतरा है. एक समय रिटायर्ड लोगों ने मनोरंजन के लिए इसे खेलना शुरू किया था. लेकिन इस अनूठे खेल ने मिलेनियल्स से लेकर जेन जी तक सभी उम्र के लोगों को अपनी ओर खींचा है. टेनिस में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी और 24 ग्रैंडस्लैम विजेता नोवाक जोकोविच ने भी कुछ समय पहले यह स्वीकार किया था कि उनके खेल का भविष्य खतरे में है. हाल ही में टेनिस के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी जॉन मैकेनरो ने भी पांच सेट के मैच खत्म कर इसे चार सेट का करने का सुझाव दिया. हालांकि जोकोविच ने इस तरह के बदलावों की जरूरत को खारिज कर दिया, लेकिन स्वीकार किया कि टेनिस को पैडल या पिकलबॉल जैसे खेलों से खतरा है. उन्होंने कहा कि टेनिस क्लब स्तर पर एक महंगा खेल है जो उसके विकास में बाधक है.
पिकलबॉल खेलना है आसान
पिकलबॉल में ऐसा क्या खास है? उत्तर आसान है, पिकलबॉल गेम फिटनेस, आसानी से उपलब्ध और मनोरंजक है. पिकलबॉल टेनिस, बैडमिंटन और पिंग-पोंग का एक मिश्रण है, जो एक छोटे कोर्ट पर हल्की प्लास्टिक की गेंद और बहुत ऊंचे नेट के साथ खेला जाता है. सौभाग्य से, यह टेनिस जितना मेहनत कराने वाला या बैडमिंटन जितना थका देने वाला नहीं है. लेकिन यह आपको संपूर्ण कसरत देता है. पिकलबॉल के बारे में सबसे अच्छी चीजों में से एक यह है कि इसे शुरू करना बहुत आसान है. इसका आनंद लेने के लिए आपको सुपर फिटनेस स्तर या किसी पूर्व अनुभव की आवश्यकता नहीं है. यह हर किसी के लिए एक आकर्षक खेल है, शायद यही कारण है कि यह इतनी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. आप एक स्टार्टर सेट ले सकते हैं और कोर्ट पर जा सकते हैं. इसे सिंगल और डबल खिलाड़ियों के बीच 44×20 वर्गफुट के कोर्ट पर खेला जाता है.
ये भी पढ़ें- जय शाह की ICC चेयरमैन के तौर पर कितनी होगी सैलरी? BCCI से मिलते हैं एक दिन में इतने पैसे
अमेरिका में तेजी से बढ़ रहा ये खेल
भले ही न्यूयार्क में खेला जा रहा यूएस ओपन अभी अपने दूसरे सप्ताह में पहुंच गया है. साल के इस चौथे और अंतिम ग्रैंडस्लैम टेनिस टूर्नामेंट में दस लाख से अधिक प्रशंसकों के आने की उम्मीद है. लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि अमेरिका का सबसे तेजी से बढ़ने वाला रैकेट खेल (या किसी भी प्रकार का खेल) टेनिस नहीं, लेकिन पिकलबॉल है. जिसमें पिछले तीन सालों में भागीदारी में 223 फीसदी की बढोतरी देखी गई है. अमेरिकी टेनिस एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. ब्रायन हैनलाइन ने हाल ही में निराशा जाहिर करते हुए शिकायत की, “स्पष्ट रूप से, पिकलबॉल के शोर को सुनना अप्रिय है.”
सवा करोड़ लोग खेलते हैं अमेरिका में
पिकलबॉल को पैडल और विफ़लबॉल (छेद वाली प्लास्टिक की बॉल) से खेला जाता है. कुछ ही सालों में अमेरिका में इसे खेलने वाले खिलाड़ियों की संख्या लगभग शून्य से (एक करोड़, 36 लाख) 13.6 मिलियन तक पहुंच गई है. इससे टेनिस शुद्धतावादियों को उस दिन का डर सताने लगा है जब यह टेनिस से आगे निकल जाएगा. पिकलबॉल को खेलने वालों की संख्या टेनिस खेलने वाले 23.8 मिलियन खिलाड़ियों से आगे निकल जाएगी. इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि पिकलबॉल का उदय हजारों टेनिस कोर्टों के अतिक्रमण की कीमत पर हुआ है. या यूं कहें कि छोटे पिकलबॉल कोर्टों को टेनिस कोर्ट से बदल दिया गया.
ये भी पढ़ें- Explainer: क्या कहते हैं जर्मनी के चुनाव, क्यों वहां 11 साल पुरानी धुर दक्षिणपंथी पार्टी को पसंद कर रहे लोग
टेनिस के साथ पिकलबॉल की तुलना
न्यूड एजेंसी एपी की एक रिपोर्ट के अनुसार पिकलबॉल यूएसए के सीईओ माइक नेली ने कहा, “मुझे टेनिस के साथ इसकी तुलना पसंद नहीं है. लेकिन वास्तविकता यह है कि पिकलबॉल के साथ बहुत कुछ चल रहा है. इसके साथ बहुत सारी अच्छी चीजें हैं और मैं उस पर कायम रहूंगा. मुझे लगता है कि इसी वजह से मैं इस खेल को नियंत्रित कर सकता हूं. विकास कर सकता हूं और इसका समर्थन कर सकता हूं.” नेली ने कहा कि यह एक सकारात्मक संकेत है कि देश भर में नए पिकलबॉल कोर्ट का निरंतर निर्माण जारी है. जिससे इसकी कुल संख्या 50,000 से अधिक हो गई है.
टेनिस खिलाड़ियों को भी पसंद
नेली ने पिकलबॉल और टेनिस के बारे में कहा, “मुझे नहीं लगता कि इसे एक- दूसरे के साथ प्रतियोगिता की आवश्यकता है. दोनों अलग-अलग खेल हैं, लेकिन मुझे लगता है कि दोनों ही शानदार हैं. दोनों खेलों के बहुत सफल होने की काफी गुंजाइश है.” अमेरिका के शीर्ष टेनिस खिलाड़ी टेलर फ्रिट्ज़ कहते हैं, “टेनिस जगत में कुछ लोग ऐसे हैं जो पूरी तरह से पिकलबॉल से नफरत करते हैं, और यह ठीक है. लेकिन मुझे वास्तव में पिकलबॉल से कोई समस्या नहीं है. मुझे कभी-कभी खेलना पसंद है. मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि ये दोनों क्यों अस्तित्व में नहीं रह सकते.”
ये भी पढ़ें- वो 7 एनिमल जिनको पसंद है कोबरा मार कर खाना, माने जाते हैं कुदरत के अव्वल शिकारी
ओलंपिक में शामिल करने का दावा
अमेरिका से शुरू हुआ पिकलबॉल अब दुनिया के 70 देशों में पहुंच चुका है. दुनियाभर में इसके बढ़ते खिलाड़ियों की संख्या के कारण इसे ओलंपिक में शामिल करने की कोशिशें की जा रही हैं. खेल आयोजकों का दावा है कि पिकलबॉल को 2028 में ओलंपिक खेलों में शामिल किया जा सकता है. संयोगवश अगला ओलंपिक अमेरिका में लॉस एंजिल्स में आयोजित किया जाएगा यह खेल .भारत में भी खेला जाने लगा है. भारत में यह खेल 2006 में तब पहुंचा जब कनाडा से सुनील वालवाकर इसे लेकर मुंबई पहुंचे थे. वह अपने साथ पिकलबॉल में इस्तेमाल होने वाले कुछ रैकेट और बॉल लेकर आए थे.
Tags: America News, Novak Djokovic, Tennis News, Tennis Player, US Open
FIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 19:09 IST