भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी तुलसीमति मुरुगेसन और मनीषा रामदास ने सोमवार को पेरिस पैरालंपिक 2024 में कमाल कर दिया। दोनों ने महिला एकल एसयू5 स्पर्धा में मेडल जीता। तुलसीमति ने जहां सिल्वर पर कब्जा जमाया वहीं मनीषा के हिस्से में ब्रॉन्ज आया। 19 वर्षीय मनीषा ने इतिहास रचा है। वह पैरालंपिक में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन प्लेयर बन गई हैं। उन्होंने डेनमार्क की कैथरीन रोसेनग्रेन को 21-12 21-8 से हराकर कांस्य हासिल किया। भारत के मेडल की कुल संख्या 11 पर पहुंच गई है।
दूसरी ओर, तुलसीमति को फाइनल में चीन की गत चैंपियन यैंग कियू शिया के खिलाफ 17-21 10-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी। तुलसीमति ने सेमीफाइनल में मनीषा को हराया था। हालांकि, 22 वर्षीय तुलसीमति गोल्ड मेडल मैच में छाप छोड़ने में नाकाम रहीं। एसयू5 वर्ग उन खिलाड़ियों के लिए है जिनके ऊपरी अंगों में विकार है। यह खेलने वाले या फिर दूसरे हाथ में हो सकता है। पेरिस पैरालंपिक में इन दो मेडल से पहले भारत को एसएल3 वर्ग में नितेश कुमार ने मौजूदा खेलों का बैडमिंटन का पहला गोल्ड दिलाया।
नितेश कुमार ने पैरालंपिक में उड़ाया गर्दा, भारत को दिलाया दूसरा गोल्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुलसीमति और मनीषा को मेडल जीतने पर बधाई दी है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ”मनीषा रामदास ने पैरालंपिक में महिला बैडमिंटन एसयू5 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने के लिए शानदार प्रदर्शन किया। उनकी लगन और दृढ़ता ने यह अविश्वसनीय उपलब्धि दिलाई है। मनीषा को बधाई।” इसके बाद, प्रधानमंत्री ने लिखा, ”पैरालंपिक में तुलसीमति द्वारा रजत जीतना बहुत गर्व की बात है। उनकी सफलता कई युवाओं को प्रेरित करेगी। खेलों के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है। उन्हें बधाई।”