भारतीय धाविका प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक में एक और मेडल अपने नाम किया है। प्रीति ने रविवार को महिलाओं की 200 मीटर टी35 श्रेणी में ब्रॉन्ज जीता। उन्होंने 30.01 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ यह कमाल किया। उनका कांस्य पेरिस में भारत का दूसरा पैरा एथलेटिक्स मेडल भी है। यह भारत का पैरालंपिक 2024 में कुल छठा पदक है।
इससे पहले, प्रीति ने शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए महिलाओं की 100 मीटर टी 35 दौड़ में कांस्य जीता, जो भारत का पैरालंपिक ट्रैक स्पर्धा में पहला एथलेटिक्स पदक था। उन्होंने 14.21 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ यह कांस्य जीता था। पैरालंपिक के 1984 चरण के बाद से भारत ने जो भी एथलेटिक्स पदक जीते थे वो सभी फील्ड स्पर्धा से आए थे।
नितेश की गोल्ड मेडल मैच में एंट्री, भारत का पैरालंपिक में एक और पदक कंफर्म
टी35 में वो खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिनमें हाइपरटोनिया, अटैक्सिया और एथेटोसिस जैसी समन्वय संबंधी विकार होते हैं। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के किसान की बेटी प्रीति को कम उम्र में ही सेरेब्रल पाल्सी का पता चला था। उन्होंने बुलंद हौसले के साथ शुरुआत में मेरठ में प्रशिक्षण लिया और फिर सिंथेटिक ट्रैक पर प्रशिक्षण लेने के लिए नयी दिल्ली चली गईं और इससे उनके जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आया।
पदक जीतने वाले पैरा एथलीटों को पीएम ने दी बधाई, अवनि से नहीं हो पाई बात
दूसरा मेडल जीतने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रीति को बधाई दी है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ”प्रीति पाल ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। प्रीति ने महिलाओं की 200 मीटर T35 स्पर्धा में कांस्य जीता, जो उनका पैरालंपिक 2024 में दूसरा पदक है। वह भारत के लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। उनका समर्पण कमाल का है।”