अयोध्या में भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच अब नई रेल लाइन को लेकर रार छिड़ गई है। नई रेल लाइन के दोबारा डीपीआर को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा है कि भाजपा सरकार अयोध्या की जनता से लोकसभा चुनाव की हार की खीझ निकाल रही है। जनता से हार का बदला लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या की जनता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हराया है। इसलिए योगी अपना गुस्सा अयोध्या की जनता के मकान, दुकान गिराकर दिखा रहे हैं।
उन्होंने रामघाट हाल्ट- दर्शननगर नई रेलवे लाइन बिछाने के प्रस्तावित डीपीआर का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव के पहले के प्रस्ताव में महर्षि योगी की जमीन से रेलवे लाइन का प्रस्ताव था, लेकिन चुनाव हारने के बाद नया डीपीआर प्रस्तावित कर दिया गया। अब हजारों किसानों के मकान-जमीन, प्रतिष्ठान जद में आ रहे हैं और घरों को गिराने की तैयारी है, लेकिन सपा इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और चार सितम्बर को केन्द्रीय रेल मंत्री से मिलकर नई रेल लाइन के प्रस्तावित डीपीआर को बदलने की मांग करेंगे।
यह बातें सांसद प्रसाद ने शुक्रवार को सिविल लाइन स्थित एक होटल में पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में मार्च माह में सर्किल रेट बढ़ाया जाता है, लेकिन अयोध्या जिले में वर्ष- 2017 से लेकर अभी तक सर्किल रेट नहीं बढ़ाया गया। जब सर्किल रेट बढ़ाने का मामला लोकसभा में उठाया तो अब सर्किल रेट बढ़ाने की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की जमीनें सरकार ने अधिग्रहण की हैं या पूंजीपतियों ने खरीदी है वे अब नए सर्किट रेट का मुआवजा किसानों को उपलब्ध कराएं।
कहा- भाजपा लाल टोपी से घबरा गई है
सांसद ने मुख्यमंत्री के लाल टोपी पर दिए बयान पर वार करते हुए कहा कि भाजपा लाल टोपी से घबरा गई है। उन्हें पता है कि लाल टोपी ही सत्ता से उनकी विदाई करेगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा के उपचुनाव में लाल टोपी ही भाजपा को हराएगी। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव में 70 हजार वोटों से सपा जीतेगी।
इस मौके पर पूर्व मंत्री तेज नारायण पाण्डेय पवन ने कहा कि नई रेलवे लाइन को लेकर माझा बरेहटा, जयसिंहपुर, मौनी बाबा के लोगों से सरकार हार का बदला ले रही है। पाण्डेय ने लेखपाल से लेकर मुख्य सचिव तक आरोप लगाते हुए कहा कि महर्षि योगी की जमीन से प्लाट खरीदें। जमीनों की बंदरबांट हुई है जो जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि जब ट्रस्ट की जमीन बेची नहीं जा सकती तो अधिकारियों ने जमीन खरीदी कैसे।