सोनभद्र। आंगनबाड़ी केंद्रों पर आउटसोर्सिंग से एजुकेटर नियुक्त किए जाने के विरोध में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने शुक्रवार को जमकर विरोध जताया। लोढी स्थित हनुमान मंदिर परिसर में जुटे कर काचरियों ने प्रदेश सरकार की जमकर आलोचना की। सरकार ने आंगनवाडी मे जो आउटसोर्सिंग भर्ती निकाली हैं, एजुकेटर बनाए जाने के लिए जिसको 30 सितंबर तक पूर्ण करने का आदेश निदेशित है, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के शोषण व अल्प मानदेय की वजह से उत्तर प्रदेश के विशालकाय राज्य की रीढ आंगनबाड़ी कार्मिक देश की मुख्य धारा से नहीं जुड़ सकी है। जीनाही इनको आज दिवस तक राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया गया है। बल्कि इसके विपरित आंगनबाड़ी के पीठ में छुरा भोंकने का कार्य आऊट सोर्सिंग भर्ती के जरिये किया जा रहा है।
आंगनबाड़ी कार्मिको में अत्यंत रोष की भावना व्याप्त है। संगठन आंगनवाडी मे
इस नवीन भर्ती की घोर निंदा करता है। भर्ती के बाद में 3-6 वर्ष के बच्चों के मामले में आंगनबाड़ी का काम खत्म हो जाएगा। फिर आंगनबाड़ी क्या करेगी। आंगनबाड़ी के विषय में सरकारकी अच्छी मनसा नही है।
जिला महासचिव ने कहा कि आंगनवाड़ी एक सच्चे सिपाही की तरह सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती है, सजग प्रहरी की तरहकाम करती है। अगर एजुकेटर के पद पर भर्ती करनी है, तो आंगनबाड़ी को ही इसमें वरीयता प्रदान की जाए। शासनादेश में बदलाव किया जाए, आंगनबाड़ियों को 20-20,25-25 साल का अनुभव है। 3 से 6 साल के बच्चों को आंगनबाड़ी कार्मिक से अच्छा कोई नहीं संभाल सकता। फिर भी यदि सरकार उचित समझे तो उन्हे अलग से प्रशिक्षण दिया जा सकता है।
वहीं जिला कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि यदि सरकार 15 दिन के अंदर इस प्रक्रिया में बदलाव नहीं करती है तो आंगनबाडी कार्मिक विवश होकर सड़कों पर उतरेगा और लखनऊ में उग्र आन्दोलन कर विधानसभा का घेराव करेंगा। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।प्रदर्शन करने वालों में प्रान्तीय महामंत्रीसाधना विश्वकर्मा,जिला अध्यक्ष प्रतिमा सिंह,कार्यवाहक अध्यक्ष उर्मिला सिंह,
जिला मंत्री लक्ष्मी जायसवाल,सुरेन्द्र नाथ वर्मा, बबलू जायसवाल,शकुन्तला देवी ,सुमन देवी ,शशिकिरण ,ऊषा देवी ,ऊषा देवी ,दिप्ती सिंह ,माधुरी पाण्डेय,गीता,इन्द्रावती,सीता,बविता ,सीता,रूपश्रीवास्तव ,सीता देवी , विन्ध्यवासिनी,इन्दू देवी आदि मौजूद रहीं।