म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
– खून, ऊंचाई, वजन और बीपी की जांच कर लिया सैंपल
– मच्छर जनित रोगों से प्रभावित पाटी और मकरा गांव का आईसीएमआर की टीम ने जाना हाल
म्योरपुर।भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों की टीम ने शनिवार को मकरा और पाटी समेत चोपन ब्लाक के गांवो के विभिन्न टोलों का निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों के खून का सैंपल लेने के साथ ही ऊंचाई, वजन और बीपी की भी जांच की।इसके अलावा उन्होंने विभिन्न पहलुओं पर लोगों से पूछताछ भी की और बरसात में मच्छरों के पनपन की भी विस्तार से जानकारी ली।इस मौके पर टीम में तमाम लोग मौजूद रहे।म्योरपुर विकास खंड की मच्छर जनित रोग प्रभावित ग्राम पंचायत पाटी और मकरा ग्राम पंचायतों के विभिन्न टोलों का भारत सरकार की टीम ने शनिवार को निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान टीम के लोगों ने ग्रामीणों के खून का सैंपल लेने के साथी उनके वजन ऊंचाई और बीपी की भी जांच की।इस दौरान उन्होंने उनके बीमारी की भी जानकारी जुटाई और खान-पान में क्या प्रयोग करते हैं इसके बारे में भी जानकारी ली।टीम में आए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) गोरखपुर के वैज्ञानिकों में सीनियर वैज्ञानिक डॉ गौरव राज द्विवेदी, डॉ नलिनी मिश्रा, डॉ बृजरंजन मिश्र, डॉ आयुष मिश्रा, रविशंकर सिंह, तकनीशियन शशिकांत तिवारी, कीट संग्राहक सूर्य प्रताप शामिल रहे।टीम ने मच्छर जनित रोगों के प्रभाव को लेकर दूसरे चरण का अध्ययन शुरू कर दिया है।टीम ने गांव का निरीक्षण करने के साथ ही मच्छरों के अनुकूल स्थानों के साथ अन्य जरूरी जानकारियां जुटाई।टीम के लोगों ने बरसात के मौसम में जमा हो रहे पानी में मच्छरों के बारे में विस्तार से जानकारी जुटाई।इसके बाद टीम के लोगो ने चोपन ब्लाक के विभिन्न गांवो का भी निरीक्षण किया।टीम के निरीक्षण के दौरान जिला मलेरिया अधिकारी धर्मेंद्र नारायण श्रीवास्तव व मलेरिया निरीक्षक अभिषेक पांडे समेत आशा कार्यकत्री, आंगनबाड़ी व बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।