चोपन (मनोज चौबे)
– एक बार पहले भी किया गया था वाराणसी शक्तिनगर मुख्यमार्ग जाम
ओबरा। बीते मंगलवार को जुगैल थाना क्षेत्र के घटिहटा गांव में आपसी पुरानी रंजिश को लेकर दर्जनभर लोगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट की घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है।आरोप है कि दूसरे पक्ष के लोगों ने शराब के नशे में धुत होकर पीड़ित पक्ष पर लाठी डंडे से परिवार के लोगों की पिटाई कर दी।जिसमे परिवार के महिलाओं व बच्चें समेत आठ लोग घायल बताये जा रहे है।मारपीट की घटना के बाद पीड़ित पक्ष ने डायल 112 को कॉल कर घटना की बाबत बताया लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी मौके पर कोई भी पुलिस नहीं पहुंची जिसके बाद पुलिसिया कार्यवाई से क्षुब्ध होकर नाराज घायल व्यक्ति लालमोहन 50 वर्ष पुत्र स्वर्गीय त्रिभुवन, निर्मला देवी 45 वर्ष पत्नी लालमोहन, संगीता 25 वर्ष पत्नी उदय राज सभी घायल परिवार एक जुट होकर वाराणसी-शक्तिनगर स्टेट हाईवे पर बैठ गये और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे।स्टेट हाइवे पर जाम की बात की सूचना मिलते ही तत्काल चोपन पुलिस पहुंच कर घायलों से बात की और समझाकर बुझाकर चोपन सीएचसी में इलाज़ के लिए भर्ती कराया।जहां इमरजेंसी में तैनात डॉ मनोज ने घायलों का इलाज़ किया।डॉ मनोज ने बताया कि पुलिस द्वारा घायल अवस्था में कुछ लोगों को लाया गया था।जो आपस में मारपीट करने के दौरान घायल हुए थे।सभी घायलों का प्राथमिक इलाज़ किया गया।कोई भी मरीज़ सीरियस न होने की वजह से चोपन सीएचसी में ही उनका इलाज़ किया गया।दो थाने की पुलिस फोर्स सहित मौके पर पहुंचे ओबरा सीओ हर्ष पांडेय ने घायलों का हाल चाल लिया।घायलों से पूरा प्रकरण जानने के बाद उन्होंने घायलों को समझाया कि स्टेट हाईवे जाम करना गलत बात है।अगर आपकी कोई शिकायत है तो आपका थाना है सुनने के लिए अगर वहां से सुनवाई नहीं होती तो उच्च अधिकारी ज़रूर मामले को संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करते।लेकिन हाइवे जाम करना कानून का उल्लंघन है।घायलों से थाने पर लिखित शिकायत देने की बात पुलिस द्वारा कही गई।बताते चलें कि हाइवे जाम करने की घटना बीते 26 जून को भी देखने को मिली थी। जुगैल थाना क्षेत्र के घटिहता से ही जुड़ा प्रकरण था।दरसअल जुगैल थाना पर नेटवर्क न होने की वजह से पुलिस को सूचना देने में समस्या होती है और आम लोगों के मन में ये धारणा बन चुकी है कि जुगैल थाना जाने से बेहतर सुनवाई स्टेट हाइवे जाम करने से होगी।