बीजपुर (रामबली मिश्रा)
बीजपुर। रेणुकूट बीजपुर सम्पर्क सड़क बकरिहवा से बीजपुर तक 25 किलो मीटर पूर्ण रूप से गढ्ढे में बदल हो गयी है।ओवरलोड राख बालू परिवहन के कारण सड़क में बड़े बड़े गढ्ढे बन गए हैं।वही 25 किलो मीटर सड़क की एक परत उखड़ कर जगह जगह बड़े गढ्ढे बन जाने से दुपहिया वाहन चालक आयेदिन गिर कर चोटिल हो रहे हैं। सड़क में जगह जगह बने गढ्ढे के कारण एक दूसरे वाहन से बचने के चक्कर मे आयेदिन दुर्घटना घट रही है अकारण लोगों की मौत हो रही है।आलम यह है कि 25 किलोमीटर का सफर लोग सिर पर मौत लेकर करते हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि एनटीपीसी रिहन्द परियोजना में इन्हीं 25 किलोमीटर क्षेत्र के तीन दर्जन गांवों से अधिकांश श्रमिक रोजी रोटी कमाने प्रतिदिन दुपहिया वाहन से प्लांट में आते जाते हैं और वाहन की चपेट में आकर दर्जनों लोग अब तक अपनी जान गवां बैठे हैं तो कई लोग विकलांग बन गए हैं।वहीं हादसे में अनेक पशुओं की भी मौत हो चुकी है।क्षेत्र के जरहा ग्राम प्रधान सुशीला देवी, विनोद भारती, रजमिलन प्रधान बद्रीनाथ, विजया कुंमारी, पिंडारी प्रधान रासजीवन भारती, लीलाडेवा प्रधान मुन्ना लाल, डोडहर ग्राम प्रधान केपी पाल, सिरसोती प्रधान बिजय सिंह , बीजपुर प्रधान दशमती गुप्ता, नेमना ग्राम प्रधान हीरामनी गुर्जर, महुली प्रधान जुकमुनिया, झीलों प्रधान सतेंद्र सिंह सहित अनेक ग्राम प्रधानों सहित समाज सेवियों ने एक स्वर से 25 किलोमीटर की जान लेवा खूनी सड़क को तत्काल बनवाने की माँग प्रशासन से की है।इस बाबत जेई लोकनिर्माण विभाग विनोद भारतीय ने कहा कि अभी इसी सड़क मार्ग पर दो जर्जर पुल का निर्माण चल रहा है।सड़क मरम्मत के लिए प्रस्ताव शासन स्तर पर भेजा गया है, स्वीकृति आते ही कार्य शुरू कराया जाएगा।