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कोरोना वैक्सीन पर ब्रिटेन में हुए खुलासे के बाद देश में विपक्षी पार्टियां केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हैं। सपा-कांग्रेस ने सरकार पर लोगों की जान से खिलवाड़ का आरोप लगाया है। नाचते-गाते, जिम करते, चलते-चलते लोगों की मौत को लेकर सरकार पर उंगली उठाई है। इस बीच वाराणसी में जिम करते समय एक युवक की मौत से हड़कंप मच गया है। करीब दस साल से जिम कर रहा युवक अभी वार्मअप ही कर रहा था कि अचानक जमीन पर गिर पड़ा और कुछ देर तड़पने के बाद उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि उसे पहले ब्रेन हैमरेज हुआ था। युवक का इस तरह से अचानक मौत के पंजे में चले जाने का वीडियो भी सामने आया है।
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पियरी (चेतगंज) निवासी 32 वर्षीय दीपक गुप्ता 10 साल से जिम करता था। रोज की तरह मंगलवार को भी वह सिद्धगिरी बाग स्थित जिम पहुंचा था। अभी उसने वार्मअप शुरू ही किया था कि अचानक जमीन पर गिर पड़ा और तड़पने लगा। वहां मौजूद अन्य युवक और कोच आनन-फानन में उसे लेकर महमूरगंज स्थित अस्पताल भागे। वहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। जिम संचालक ने इसकी सूचना सिगरा पुलिस को दी। पुलिस के जरिये परिजनों को जानकारी हुई।
भाई ने कहा, कभी बीमार भी नहीं पड़ा था
बड़े भाई दिलीप गुप्ता के अनुसार दीपक अपनी सेहत का बहुत ख्याल रखता था। वो सालों से हर रोज जिम जाता था। 3 घंटे से अधिक समय जिम में देता था। मुझे याद नहीं कि वो कभी बीमार भी पड़ा हो। पिछले 10 साल में कभी बुखार भी शायद नहीं आया होगा। 9 साल पहले दीपक की शादी ऐश्वर्या से हुई थी उसे एक बेटा है। वो शहर के ही एक स्कूल में पढ़ाई करता है।
डॉक्टर बोले- ब्लड प्रेशर के मरीज रखें ध्यान
बीएचयू के न्यूरो सर्जरी विभाग के प्रो. रविशंकर ने बताया कि थकान या फिर तनाव में वर्कआउट से बचना चाहिए। कुछ समय के लिए स्थगित कर सकते हैं। चूंकि थकान या तनाव की स्थिति में वर्कआउट करने पर दिमाग की नसों पर दबाव पड़ता है। ब्लड प्रेशर के मरीजों में ब्रेन हेमरेज का खतरा ज्यादा रहता है।
कोरोना वैक्सीन के गंभीर साइड इफेक्ट, कंपनी का कबूलनामा
सोमवार को ही ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट में स्वीकार किया है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन के गंभीर साइड इफेक्ट भी हैं। भारत में भी कोविशील्ड नाम से इस कंपनी की कोविड वैक्सीन लगाई गई है। यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफर्ड के साथ मिलकर एस्ट्राजेनेका ने यह वैक्सीन तैयार की थी। ब्लड क्लॉटिंग समेत कई अन्य दिक्कतों को लेकर एस्ट्राजेनेका कोर्ट केसा का सामना कर रही है। कई याचिकाओं में कहा गया है कि इस वैक्सीन के गंभीर साइड इफेक्ट हुए हैं।
वैक्सीन के ट्रायल के वक्त भी कहा गया था कि इस वैक्सीन के साइडइफेक्ट देखने को मिले हैं। हालांकि कंपनी ने इस बात से इनकार किया था। बता दें कि भारत में वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ने वैक्सीन ने भी एस्ट्राजेनेका के साथ समझौता किया था। इसके बाद देश में आधे से अधिक डोज कोविशील्ड की ही लगाई गई थी।