तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की डाइट और इंसुलिन को लेकर सियासी बवाल जारी है। इस बीच तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली के एलजी को केजरीवाल के स्वास्त्य से संबंधित रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें कहा गया है कि केजरीवाल ने जेल आने से पहले इंसुलिन बंद कर दी थी। जेल-प्रशासन ने LG को भेजे गए रिपोर्ट में कहा है कि जेल के डॉक्टर केजरीवाल के हेल्थ का ध्यान रख रहे हैं और उनकी डाइट को लेकर दिल्ली AIIMS से डाइट चार्ट मंगाया गया है। इधर जेल प्रशासन की रिपोर्ट पर आम आदमी पार्टी ने CM केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश का आरोप लगाया है।
तिहाड़ जेल प्रशासन ने एलजी को केजरीवाल की डाइट और हेल्थ से जुड़ी रिपोर्ट सौंप दी, उसमें न सिर्फ आम आदमी पार्टी के दावे को गलत बताया गया है बल्कि चौंकाने वाले खुलासे भी हुए हैं। जेल प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक अरविंद केजरीवाल की इंसुलिन उनकी गिरफ्तारी के कई महीनों पहले से बंद थी। केजरीवाल कई महीनों से ओरल मेडिकेशन पर हैं और मेटफॉर्मिन नाम की दवा ले रहे है। केजरीवाल के मुताबिक तेलंगाना के डॉक्टर की सलाह पर इसे बंद किया गया था।
दिल्ली के RML अस्पताल में हुए मेडिकल के दौरान भी केजरीवाल को इंसुलिन की सलाह नहीं दी गई थी 10 और 15 अप्रैल को जांच के दौरान उन्हें केवल दवा लेने की सलाह दी गई थी हालांकि इलाज के दौरान केजरीवाल को किसी भी समय इंसुलिन के लिए मना नहीं किया गया है।..
जेल प्रशासन की रिपोर्ट में बताया गया है कि..केजरीवाल का शुगर लेवल चिंताजनक नहीं है। रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई है कि तिहाड़ जेल में 956 कैदी को शुगर हैं उनमें से 26 को इंसुलिन दी जाती है।लेकिन LG को दी गई तिहाड़ की इस रिपोर्ट को आम आदमी पार्टी बीजेपी की साजिश बता रही है..।
केजरीवाल की पार्टी रिपोर्ट को भले ही बीजेपी की साजिश करार दे रही है, लेकिन एलजी को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि तिहाड़ ने AIIMS से केजरीवाल की डाइट चार्ट मंगाई थी। चार्ट की मांग के दौरान जेल प्रशासन ने एम्स को लिखा था कि केजरीवाल मिठाई, लड्डू, केले, आम, फलों की चाट, तला हुआ भोजन, नमकीन, भूजिया, मीठी चाय, पूरी-आलू, अचार और अन्य उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं, इसलिए उनकी बीमारी को देखते हुए एक डाइट चार्ट बताएं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एम्स के डाइट प्लान में ऐसे खान-पान के सेवन से सख्ती से बचने की सलाह दी गई है। तिहाड़ प्रशासन के अनुसार केजरीवाल को अपने भोजन में प्रति दिन केवल 20 मिलीलीटर तेल का सेवन करने की अनुमति है। तिहाड़ प्रशासन ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को किसी भी निजी अस्पताल में नहीं भेजा जा सकता जबकि केजरीवाल अपने चिकित्सक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कराने की मांग कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जेल डिस्पेंसरी में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन उपलब्ध है और केजरीवाल को जब जरूरत होगी, उन्हें इंसुलिन दिया जाएगा। लेकिन आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल प्रशासन की इस रिपोर्ट पर यकीन नहीं है…वो इसे जेल के अंदर केजरीवाल की जान के खिलाफ साजिश बता रहे हैं..
एक तरफ जेल प्रशासन ने एलजी को भेजी अपनी रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी के आरोपों को पलट कर रख दिया है तो BJP ने आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि अब आम आदमी पार्टी के नेताओं को झूठ बोलना बंद कर देना चाहिए।
AAP के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
केजरीवाल की डाइट पर सियासी फाइट के बीच कल यानी 22 अप्रैल को राउज़ ऐवन्यू कोर्ट केजरीवाल की याचिका पर फैसला सुना सकती है। 19 अप्रैल को कोर्ट ने जेल में केजरीवाल की डाइट और दवा से जुड़ी याचिका पर सुनवाई पूरी करते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया था। 19 अप्रैल की सुनवाई में कोर्ट ने केजरीवाल के वकील से एक अप्रैल को घर से बना खाने की इजाज़त देते समय जो डाइट चार्ट दिया गया था उसे ही फॉलो करने की नसीहत दी थी।