बीजपुर (रामबली मिश्रा)
बीजपुर। नधिरा उपकेंद्र पर विगत रविवार को हाई बोल्टेज करंट की चपेट में आने से उपकेंद्र आपरेटर प्रदीप गुप्ता की मौत मामले में निर्दोष जेई लोकनाथ सपकोटा को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के बाद आनन-फानन में कागजात के पेट भर दिए गए।जबकि दुर्घटना के मूल जिम्मेदार एसडीओ और सम्बन्धित शटडाउन लेने वाले जेई को उनके रसूख के चलते बख्स दिया गया। एक्सीयन द्वारा एक पक्षीय कार्रवाई से खफा बिजली कर्मचारी संघ में आक्रोश ब्याप्त है।कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता नीरज गोयल को ज्ञापन देकर एक्सीयन एसडीओ सहित सम्बन्धित पर कार्रवाई की माँग की है।बताया जाता है कि दुर्घटना स्थल पर घटना के वक्त मौजूद जेई लोकनाथ को फोन के जरिए बताया गया था कि नधिरा उपकेंद्र सहित नमामि गंगे जलकल फीडर की 33 केवीए दोनों लाइन शटडाउन में है, कार्य कराया जा सकता है।शटडाउन लेने वाले अधिकारी के निर्देश के बाद आपरेटर प्रदीप ऊपर चढ़ कर फ़ियूज किट बदल रहा था।इस दौरान ऊपर से गुज़री 33 केवीए जलकल फीडर की हाईबोल्टेज करंट की चपेट में आ गया जिसके कारण उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हुई थी।विभागीय कर्मियों की माने तो मौके से एसडीओ गायब थे तो शटडाउन लेने वाले अधिकारी नधिरा उपकेंद्र पर मौजूद रहने की बजाय म्योरपुर में बैठे थे।अगर आपरेटर को यह जानकारी होती कि जलकल फीडर की लाइन चालू है तो ऊपर चढ़ कर मौत को कत्तई गले नही लगाता।बिभागीय सूत्रों से मिली जानकारी पर गौरकरें तो किसी भी उपकेंद्र में कार्य के दौरान एसडीओ सहित शट डाउन लेने वाले अधिकारी और उपकेंद्र पर तैनात जेई की मौजूदगी में ही कार्य कराया जाता है।कर्मचारियों ने टीम गठित कर दुर्घटना की गैर विभागीय जांच की माँग करते हुए निर्दोष की बजाय दोषियों पर कार्रवाई की माँग की है।एक्सीयन पिपरी ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।