म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
म्योरपुर। स्थानीय ब्लॉक की डडीहरा ग्राम के टागापाथर व बदूरा में भीषण गर्मी में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है।गांव के अधिकतर जल स्रोत कुएं व हैंडपंप पूरी तरह सूख गए है।पानी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है।गांव में ब्रिटिश शासन काल के बने दो कुएं भी सूख गए है।कुएं से सैकड़ो आबादी पानी पीती थी, लेकिन अब हालात बदल जाने से पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है।ग्रामीण रिहंद जलाशय से विस्थापित होकर यहां बसे है।ग्रामीणों ने कहा कि उनके द्वारा अपनी जमीन राष्ट्रहित के लिए दिया, लेकिन उनको शुद्ध जल के लिए विवश होना पड रहा है।ग्रामीणों के मुताबिक पेयजल के अलावा आजादी के 70 सालों के बाद आज भी लोगों के पास भौमिक अधिकार खसरा, खतौनी आदि कोई अभिलेख नहीं है।शासन द्वारा चलाई जा रही किसान सम्मान निधि समेत अन्य लाभकारी योजनाएं यहां किसी को इसका लाभ नहीं मिलता है।इस गांव की स्थिति आज भी गुलामी की तरह है, जहां एक तरफ सरकार डिजिटल इंडिया और स्मार्ट गांव बनाने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर बदूरा टंगापाथर के ग्रामवासी पानी के लिए जूझ रहे हैं।युवा समाजसेवी संत कुमार यादव, रमेश यादव, राजेश, मोहनलाल, लाल बहादुर, जितेंद्र कुमार, मनोज आदि ने जिलाधिकारी से टैंकर से पानी आपूर्ति की मांग की है।