शिखा श्रेया/रांची. कई बार ऐसा देखा जाता है कि लोग पुखराज व नीलम जैसे अंगूठी वह भी लाख दो लाख का ले तो लेते हैं.लेकिन ज्योतिष आचार्य के द्वारा परामर्श के बावजूद यह अंगूठी उनको सूट नहीं करती और ऐसे में कई बार उनके पैसे भी बर्बाद हो जाते हैं.लेकिन अगर आप कुछ उपाय करें तो महज दो-तीन दिन के अंदर आपको पता चल जाएगा की पुखराज से लेकर नीलम या अन्य रत्न आपको सूट कर रही है या नहीं.
झारखंड की राजधानी रांची के ज्योतिष आचार्य संतोष कुमार चौबे( रांची यूनिवर्सिटी से ज्योतिष शास्त्र में गोल्ड मेडलिस्ट) ने लोकल 18 से कहा कि किसी भी रत्न को धारण करने के पहले आपको कम से कम दो-तीन दिन का समय लेना चाहिए. उसे दो-तीन दिन में परखना चाहिए. यह आपके ऊपर कैसा प्रभाव डाल रहा है.ऐसा करने के कई तरीके है.
डोम डांक पर भूत होते है कैद
स्थानीय निवासी नागेश्वर सिंह ने बताया कि यहां भूत पिशाच से पीड़ित सैकड़ों भक्त भक्तीन साथ आते है. सप्तमी तक सबसे ज्यादा भीड़ होता है. इस दौरान मंदिर परिसर में विशाल हवन कुंड है. यहां आते हीं पीड़ित श्रद्धालु झूमने लगते है. इसके बाद ओझा गुनी द्वारा भूत को मंदिर के बगल में स्थित पीपल के वृक्ष पर कांटी से कैद कर दिया जाता है. वो स्थान डोम डाक के नाम से प्रसिद्ध है. जिसके बाद भूत प्रेत से ग्रसित श्रद्धालु ठीक होकर अपने घर चले जाते है.
उपरत्न भी कर सकते हैं धारण
ज्योतिष आचार्य संतोष कुमार चौबे बताते हैं कि हम आमुमन तौर पर किसी को नीलम नहीं देते.क्योंकि यह बहुत शक्तिशाली रत्न है.ऐसे मे पहले लोगों को नीलम का एक उपरत्न होता है जो कम प्रभावशाली होता है.हम वह देते हैं दो-तीन दिन तक अगर उस व्यक्ति में सकारात्मक बदलाव दिखेगा तभी हम नीलम पहने देते हैं.इसी तरह हर रत्न का अपना एक उपरत्न जरूर होता है.जो मुख्य रत्न से बहुत ही कम प्रभावशाली होता है.इसके माध्यम से भी लोग पहन कर जाँच सकते हैं की यह आपपर सूट कर रहा है कि नहीं.अगर सूट कर रहा है तो आप फिर मुख्य रतन कर सकते हैं. वहीं अगर आप ज्योतिष आचार्य से परामर्श लेना चाहते हैं तो इस नंबर पर 6200403916 संपर्क कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : April 1, 2024, 13:28 IST