● 27 फरवरी को सुबह की पाली में हुआ था गणित का पेपर● इन दोनों प्रश्नों के लिए सभी को दिए जाएंगे एक-एक नंबर
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। राजकीय हाईस्कूल महंगाव वाराणसी के शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार की मुजफ्फरनगर में हुई हत्या के विरोध के बीच शिक्षकों को कॉपियों का बंडल पहुंचाने की ड्यूटी से मुक्ति दे दी गई है।
यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने मंगलवार को सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे पत्र में निर्देशित किया है कि प्रदेश के सभी 259 मूल्यांकन केंद्रों पर जांची जा चुकी उत्तरपुस्तिकाओं के बंडल को क्षेत्रीय कार्यालयों को भेजने के लिए शिक्षकों की ड्यूटी न लगाई जाए। इसके लिए केवल शिक्षणेत्तर कर्मियों की ही ड्यूटी लगाई जाए। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियां वाराणसी लेकर मुजफ्फरनगर पहुंचे शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार की सिपाही ने हत्या कर दी थी। शिक्षक संगठन कॉपियां पहुंचाने में शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाने की भी मांग कर रहे थे। इसी के मद्देनजर सचिव ने एक से दूसरे जिले में उत्तरपुस्तिकाएं पहुंचाने में शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाने के निर्देश दिए हैं।
मूल्यांकन का बहिष्कार
प्रयागराज। शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को न्याय दिलाने के लिए विभिन्न संगठनों ने प्रदेश के सभी 259 केंद्रों पर मूल्यांकन का बहिष्कार जारी रखने का निर्णय लिया है। साथ ही शिक्षकों से अपील की है कि बुधवार को क्षेत्रीय कार्यालयों में एवॉर्ड ब्लैंक जमा न करें। अपील करने वालों में राजकीय शिक्षक संघ पांडेय गुट के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर पांडेय, बीपी सिंह गुट के महामंत्री रविभूषण, माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी, एकजुट के संरक्षक डॉ. हरि प्रकाश यादव, शर्मा गुट के मंडलीय मंत्री अनुज कुमार पांडेय, चेतनारायण गुट के प्रदेश कोषाध्यक्ष महेश चन्द्र यादव आदि शामिल हैं।
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल गणित की परीक्षा देने वाले लाखों छात्र-छात्राओं को मुफ्त में दो नंबर मिलने वाले हैं। 27 फरवरी को सुबह की पाली में आयोजित हाईस्कूल गणित की परीक्षा में पेपर सीरीज आईए में प्रश्न संख्या चार पाठ्यक्रम से बाहर का था। इसी प्रकार प्रश्नसंख्या 17 के चारों विकल्प गलत थे। दोनों ही प्रश्न एक-एक नंबर के थे। लिहाजा बोर्ड ने इन पेपर सीरीज को हल करने वाले सभी परीक्षार्थियों को दो-दो अंक देने का निर्णय लिया है। वहीं दूसरी ओर पेपर सीरीज आईबी के प्रश्नसंख्या पांच में एक से अधिक विकल्प सही होने पर इस सीरीज को हल करने वाले सभी परीक्षार्थियों को एक-एक नंबर मिलेंगे। बोर्ड की ओर से मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों को इन प्रश्नों के लिए सभी परीक्षार्थियों को समान रूप से नंबर देने के निर्देश दिए गए हैं। हाईस्कूल गणित में 2093548 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे।
पिछले वर्षों से पेपर में रही कम गलती : बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्रों में पिछले सालों की तुलना में कम गलती थी। इस बार हाईस्कूल गणित में ही एक सीरीज में दो, एक सीरीज में एक प्रश्न गलत या पाठ्यक्रम के बाहर था। पूर्व के वर्षों में कई विषयों में इस प्रकार की गलती मिलती थी। इस बार अनुभवी शिक्षकों से पेपर बनवाने और मॉडरेशन करवाने के कारण सुधार देखने को मिला है।
निदेशक की अपील, समय से पूरा करें मूल्यांकन
प्रयागराज। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र कुमार ने अपील जारी की है। मंगलवार को जारी पत्र में निदेशक ने कहा है कि धर्मेन्द्र कुमार की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से सम्पूर्ण शिक्षा विभाग स्तब्ध एवं मर्माहत है। निदेशक ने शिक्षकों से अपील की है कि सभी शिक्षक विद्यार्थियों के हित में मूल्यांकन कार्य को सुचारू रूप से आगे बढ़ाते हुए 31 मार्च तक पूरा कराने में सहयोग प्रदान करें।
अप्रैल अंत में परिणाम घोषित होने की उम्मीद
प्रयागराज। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम अप्रैल अंत तक घोषित करने की तैयारी है। वैसे तो शिक्षकों के मूल्यांकन बहिष्कार के कारण थोड़ी अड़चन आई है लेकिन बोर्ड के अफसरों को उम्मीद है कि सबकुछ ठीक हो जाएगा और अप्रैल अंत तक परिणाम जारी होने के साथ बच्चे समय से 11वीं की पढ़ाई शुरू कर सकेंगे।
बोर्ड का नियम है कि यदि कोई प्रश्न गलत है या पाठ्यक्रम के बाहर से पूछा गया है तो ऐसी स्थिति में उस प्रश्न के लिए निर्धारित अंक समान रूप से सभी परीक्षार्थियों को दिए जाते हैं।
दिब्यकांत शुक्ल, सचिव यूपी बोर्ड