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यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम अप्रैल अंत तक घोषित करने की तैयारी है। वैसे तो शिक्षकों के मूल्यांकन बहिष्कार के कारण थोड़ी अड़चन आई है लेकिन बोर्ड के अफसरों को उम्मीद है कि सबकुछ ठीक हो जाएगा और अप्रैल अंत तक परिणाम जारी होने के साथ बच्चे समय से 11वीं की पढ़ाई शुरू कर सकेंगे। बोर्ड का नियम है कि यदि कोई प्रश्न गलत है या पाठ्यक्रम के बाहर से पूछा गया है तो ऐसी स्थिति में उस प्रश्न के लिए निर्धारित अंक समान रूप से सभी परीक्षार्थियों को दिए जाते हैं।
दिब्यकांत शुक्ल, सचिव यूपी बोर्डट
यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने मंगलवार को सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे पत्र में निर्देशित किया है कि प्रदेश के सभी 259 मूल्यांकन केंद्रों पर जांची जा चुकी उत्तरपुस्तिकाओं के बंडल को क्षेत्रीय कार्यालयों को भेजने के लिए शिक्षकों की ड्यूटी न लगाई जाए। इसके लिए केवल शिक्षणेत्तर कर्मियों की ही ड्यूटी लगाई जाए। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियां वाराणसी लेकर मुजफ्फरनगर पहुंचे शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार की सिपाही ने हत्या कर दी थी। शिक्षक संगठन कॉपियां पहुंचाने में शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाने की भी मांग कर रहे थे। इसी के मद्देनजर सचिव ने एक से दूसरे जिले में उत्तरपुस्तिकाएं पहुंचाने में शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाने के निर्देश दिए हैं।
मूल्यांकन का बहिष्कार
शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को न्याय दिलाने के लिए विभिन्न संगठनों ने प्रदेश के सभी 259 केंद्रों पर मूल्यांकन का बहिष्कार जारी रखने का निर्णय लिया है। साथ ही शिक्षकों से अपील की है कि बुधवार को क्षेत्रीय कार्यालयों में एवॉर्ड ब्लैंक जमा न करें। अपील करने वालों में राजकीय शिक्षक संघ पांडेय गुट के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर पांडेय, बीपी सिंह गुट के महामंत्री रविभूषण, माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी, एकजुट के संरक्षक डॉ. हरि प्रकाश यादव, शर्मा गुट के मंडलीय मंत्री अनुज कुमार पांडेय, चेतनारायण गुट के प्रदेश कोषाध्यक्ष महेश चन्द्र यादव आदि शामिल हैं।