केंद्रीय राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार एवं रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार की अपनी चाल और अपने तौर तरीके होते हैं। विपक्ष की भूमिका अलग होती है। जब सत्ता में होते हैं तो कुछ लक्ष्मण रेखाएं होती हैं। आज मैं पूरी तरह से आजाद नहीं हूं। पहले मेरे पास सौ प्रतिशत वक्त पार्टी के विस्तार और अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने के लिए था, लेकिन अब पूरे देश के लिए मंत्रालय की जिम्मेदारी है।
केंद्र सरकार में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने शामली में पार्टी कार्यालय पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज पार्टी की ताकत है। जिस तरह से मंत्रियों और विधायकों, सांसदों की जवाबदेही है। वहीं कार्यकर्ताओं की भी है। गांवों की समस्याओं का निवारण कराए। केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद उनकी जिम्मेदारी बढ़ी है। किसी को शिकायत है तो वह बुरा न माने। उनके दादा ने जिन पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयार किया वह हमेशा साथ खड़े रहे। स्व चौधरी चरण सिंह को जब से भारत रत्न मिला काम आसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि कोशिश कर रहे है कि एनसीईआरटी, शिक्षा विभाग, हायर एजुकेशन, विश्वविद्यालयों में हर स्तर पर चौधरी चरण सिंह के विचार पढ़े जायें। रालोद के मुख्य मुददे आज भी वही है। जहां पिछड़ा इलाके पड़ता है वहां कौशल प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाये। शिक्षा के क्षेत्र में वह काम किया जायेगा, जिससे गांव में पढ़ने वाले बच्चे प्रतिस्पर्धा में शहर में पढ़ने वाले बच्चों के बराबर हो। वहीं मुजफ्फरनगर में आयोजित आयोजन को संबांधित करते हुए जयंत ने कहा कि युवा पीढ़ी के बल पर ही देश विकसित होगा। कहा कि छात्रों के तकनीकी कौशल को बढ़ाना आज के समय की प्रमुख आवश्यकता है। जब युवा पीढ़ी तकनीकी रूप से सक्षम होगी, तभी देश विकास की नई ऊंचाइयों को छू सकेगा।