सोनभद्र (विकास द्विवेदी)
सोनभद्र। जनपद वाराणसी से यूपी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर मुजफ्फरनगर गए सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार की उन्हीं के सुरक्षा मे लगे सुरक्षा कर्मी सिपाही चंद्र प्रकाश द्वारा हत्या किए जाने के विरोध में जनपद दूसरे दिन भी दोनो मूल्यांकन केन्द्रों पर मूल्यांकन कार्य पुरी तरह ठप रहा।राजा शारदा महेश इण्टर कॉलेज एवं राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज राबर्ट्सगंज के कोठार के ताले तक नही खोले गये।सभी परीक्षकों द्वारा सामूहिक रूप से मूल्यांकन का बहिष्कार किया गया।माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा, उत्तर प्रदेश संगठन, माध्यमिक शिक्षक संघ एवं राजकीय शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश मूल संघ एवं पाण्डेय गुट समेत सभी संगठनों द्वारा सामूहिक रूप से पीड़ित को न्याय दिलाए जाने की माॅंग की गई।इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद यादव को सौंपा गया।सभी संगठनों द्वारा एक स्वर से माॅंग की गई कि दोषी को कठोरतम सजा के साथ तथा पीड़ित परिवार को एक करोड रुपए मुआवजा राशि सरकार द्वारा दी जाए।साथ ही उत्तर पुस्तिका पहुँचाने व लाने की जिम्मेदारी से शिक्षकों को मुक्त किया जाय।साथ ही लोकसभा चुनाव मे महिला शिक्षिकाओं के साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए महिला शिक्षिकाओं के साथ महिला पुलिस कर्मी की ड्यूटी लगाए जाने की जिलाधिकारी से मांग की गयी।आक्रोशित शिक्षकों द्वारा दूसरे दिन राबर्ट्सगंज नगर क्षेत्र मे अपनी मांगो के लिए जमकर नारेबाजी किया,पुनः शिक्षकों का हुजूम वढौली चौराहा पहुंचा, जहाँ पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुनः जी जी आई सी कालेज पर समाप्त किया गया।साथ कहा गया कि जब तक मांगे पुरी नही होती तब आंदोलन जारी रखा जायेगा।
इस मौके पर माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा सोनभद्र के जिलाध्यक्ष एवं वाराणसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के प्रभारी उमाकांत मिश्र, राजकीय शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश मूल संघ के प्रान्तीय कार्यकारी महामन्त्री अशोक कुमार अवाक, जिला अध्यक्ष राजन चतुर्वेदी, जिला मंत्री अमर सिंह, पाण्डेय गुट के जिलाध्यक्ष मिथिलेश गोस्वामी, जिला मंत्री सत्यनारायण कन्नौजिया, शैलेन्द्र चतुर्वेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष डी.पी.सिंह, शिक्षक महासभा के महामंत्री मुस्तकीन, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार राव, जिला मंत्री संतोष सिंह, विवेकानन्द मिश्र, भावना शुक्ला, आरती सिंह, रोली, दिल मुहम्मद, कुलदीप सिंह यादव, राकेश शुक्ला, कैलाश यादव, गुलाब राय के साथ राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्त विहीन विद्यालयों की शिक्षिकाऍं और शिक्षक भारी संख्या में मौजूद रहे।