बभनी (चन्द्रसेन पांडेय)
– बैगा आदिवासी पुजारियों को दी गई अग्नि व अखण्ड ज्योति
बभनी। सेवा समर्पण संस्थान आदिवासी संस्कृति को बचाने और संजोने में सक्रिय भूमिका निभाता रहा है।22 जनवरी को आदिवासियों के भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी वनवासियों ने क्षेत्र में भगवान राम की पूजा की भव्य तैयारी की है।सेवा समर्पण संस्थान के तत्वावधान में इसके लिए पूरे जिले के 51 पूजन स्थलों का चयन किया गया।इन स्थलों पर आदिवासी पारम्परिक और बैगा पुजारियों के मदद से पूजन अर्चन करेंगे और भगवान को प्रसन्न करेंगे।
सह संगठन मंत्री आनंद ने बताया कि रविवार को सेवाकुंज आश्रम से पूजन अर्चन के बाद अखण्ड ज्योति और अग्नि देकर सभी बैगा और आदिवासी पुजारियों को विदा किया जाएगा।जिले के 51 स्थलों को चिन्हित किया गया है।इसके लिए बभनी ब्लाक में ग्यारह देव स्थल पर पूजन, भजन और कीर्तन की तैयारी है।केन्द्र प्रमुख कृष्ण गोपाल और डा वेद व्यास ने बैगा पुजारियों को अखण्ड ज्योति और अग्नि देकर विदा किया।
सोमवार को आदिवासी इसी अग्नि व अखण्ड से भगवान राम की पूजा करेंगे जिससे सोमवार को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन बैगा आदिवासी पुजारी गांव के धार्मिक स्थलों पर पूजन करेंगे।आदिवासीयों का मानना है कि भगवान राम वन गमन के दौरान जंगलों में रहे हैं इसको लेकर आदिवासी बहुत प्रसन्न हैं।जिसको लेकर क्षेत्र में अलग अलग तैयारी चल रही है।सेवाकुंज आश्रम कारीडाड़ से अखण्ड ज्योति और अग्नि देकर सभी चयनित स्थलों भेजा गया जिससे आदिवासी पारम्परिक तरीके से भगवान राम का भजन पूजन अर्चन कर सकें।