ओबरा (पीडी राय/सौरभ गोस्वामी)
ओबरा। ओबरा वन प्रभाग के नाम पर फर्जी टीपी बनवाकर बड़े पैमाने पर मध्य प्रदेश से कटान कराकर कीमती लकड़ी की तस्करी करने के मामले में वन विभाग द्वारा शुक्रवार को पांच लोगों के खिलाफ स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।मामले में कोन रेंज के वनरक्षक इरफान खान द्वारा थाने में तहरीर देकर अवगत कराया है कि साहिल उर्फ आकिब खान पुत्र अतिकुल हक खान निवासी सेक्टर 9 ओबरा, गौरव श्रीवास्तव निवासी खैरटिया ओबरा, मेसर्स रुद्रा एंटरप्राइजेज रक्शहवा ओबरा सोनभद्र, मेसर्स कान्हा इंटरप्राइजेज ओम चौराहा खैरटिया ओबरा तथा मेसर्स पटेल ट्रांसपोर्ट एजेंसी निवासी जैन मंदिर ओबरा व अन्य के द्वारा वन प्रभाग ओबरा के नाम से फर्जी टीपी का उपयोग कर अवैध रूप से वनोपज अभिवहन किया जा रहा था।दिए गए तहरीर के आधार पर ओबरा पुलिस द्वारा इस मामले में सभी अभियुक्तों के खिलाफ धारा 419 तथा 420 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही में जुट गई है।वही इस मामले में ओबरा वन प्रभाग के एसडीओ चोपन अभिषेक राय ने बताया कि सभी आरोपियों द्वारा विगत कुछ महीने से बड़े पैमाने पर अवैध रूप से अन्यंत्र कटान कराकर कीमती लड़कियों की तस्करी ओबरा वन प्रभाग की फर्जी टीपी बनवाकर की जाती रही है।बताया कि उनके द्वारा कूट रचित कागजात तथा जाली दस्खत व जाली मोहर बनवाकर दो ट्रैकों पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित साखू की लकड़ी मध्यप्रदेश में कटान कराकर लाई जा रही थी, जिसकी कीमत कई लाख है।श्री राय ने बताया कि इसे लेकर मध्य प्रदेश के वन विभाग द्वारा भी कार्यवाही की जा रही है।वहीं उन्होंने बताया कि गुरुवार की शाम एक आरोपी के घर छापेमारी की कार्यवाही भी की गई थी, लेकिन मौके से वह फरार हो गया।उसके फरार होने के पश्चात घर में इस मामले से संबंधित कुछ दस्तावेजों को घर के सदस्यों द्वारा जलाया जा रहा था, जिसे वन विभाग के अधिकारियों द्वारा कब्जे में लेकर परीक्षण किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि इस मामले में और भी कई लोग जुड़े हुए हैं।जिनको जल्द ही चिन्हित कर उनके ऊपर भी कार्यवाही की जाएगी।वन विभाग की टीम और भी सबूत एकत्रित करने में जुटी हुई है।