विंढमगंज (वीरेंद्र कुमार)
विंढमगंज। रेलवे स्टेशन से महज 500 मीटर दुर स्थित ग्राम पंचायत धरतीडोलवा में पानी टंकी के पास रविवार को रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने के लिए ग्राम प्रधान सुरेंद्र पासवान के अगुवाई में गांव की दर्जनों महिलाओं के साथ एक बैठक आहूत की गई।जिसमें 10 जनवरी को रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने हेतु चर्चा की गई।इस दौरान मुरती देवी ने कहा कि मेरी बेटी दिल्ली में पढ़ाई करती है।घर जब आती है तो विंढमगंज में ट्रेन ठहराव न होने के कारण 20 किलोमीटर दूर दुद्धी या झारखंड राज्य के नगर उटारी जाना पड़ता है।उसे लेने के लिए जो काफी कष्ट दायक होता है।वहीं मनिषा देवी ने कहा कि कोरोना काल के समय में सवारी गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया गया था।जब सरकार द्वारा कोरोना जैसी बीमारी पर काबू पा लिया गया तो सवारी गाड़ियों का परिचालक शुरू कर दिया गया, लेकिन इस मार्ग पर चलने वाली सवारी गाड़ी सिंगरौली पटना एक्सप्रेस, त्रिवेणी एक्सप्रेस, स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस का ठहराव नहीं किया गया।जिसके कारण ग्रामीणों को यात्रा के लिए भारी भरकम पैसा खर्च करने के बाद बसों का सहारा लेकर यात्रा करना पड़ रहा है।इसलिए हम सभी उपस्थित महिलाएं एक जुट होकर रेल संघर्ष समिति के साथ भारी संख्या में महिलाएं अपनी ग्राम सभा से निकल कर 10 जनवरी रेल रोको आंदोलन को सफल बनाएंगी।इस दौरान महिलाओं ने जोरदार नारे लगाए।इस दौरान गिरवर पासवान, अमरेश भारती, गोबिंद पासवान, विकास पासवान, ब्रिज किशोर पासवान, राजेश रावत, नंदलाल भारती, पप्पू पासवान, ओम, लगन उरांव, अरुण पासवान, बनारसी पासवान, सविता देवी, शांति देवी, उर्मिला देवी, प्रमिला देवी, सुषमा देवी, श्वेता देवी सहित सैकड़ो महिलाएं मौजूद रहीं।