विंढमगंज (वीरेंद्र कुमार)
विंढमगंज। झारखंड उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित धरतीडोलवा में शुक्रवार दोपहर बाद रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने के लिए इलाके के दर्जनों गांव से सैकड़ो पासवान समाज के लोगों ने एकत्रित होकर रणनीति तैयार की तथा यह संकल्प लिया कि किसी भी सूरत में आगामी 10 जनवरी को पूर्व में रुकने वाली सवारी ट्रेनों को रोक करके ही दम लेंगे।बैठक को संबोधित करते हुए सूर्य प्रकाश पासवान ने कहा कि बॉर्डर पर स्थित रेलवे स्टेशन से थाना क्षेत्र के लगभग दो दर्जन गांव व कोन थाना क्षेत्र के एक दर्जन गांवों समेत झारखंड राज्य के गढ़वा जिला अंतर्गत नगर ऊंटरी थाना के एक दर्जन गांव से हजारों ग्रामीणों को यात्रा करने के लिए सरल, सुविधाजनक, किफायती ट्रेन की यात्रा ग्रामीण अंचल के लोग चिकित्सा, शिक्षा व व्यापार जब सवारी गाड़ी रुकती थी तो कर लिया करते थे परंतु वर्तमान समय में जब इस स्टेशन से होकर सवारी गाड़ियां जा रही है तो नहीं रुकना हम ग्रामीण ऑन के सुविधाओं की अनदेखी रेल सरकार या संबंधित लोग कर रहे हैं जिसका मुंह तोड़ जवाब आगामी 10 जनवरी को देंगे।संचालन कर रहे सुरेंद्र पासवान ने कहा कि कोरोना काल के समय में सवारी गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया गया था।जब सरकार के द्वारा कोरोना जैसी बीमारी पर काबू पा लिया गया तो सवारी गाड़ियों का परिचालक शुरू कर दिया गया, लेकिन इस मार्ग पर चलने वाली सवारी गाड़ी सिंगरौली पटना एक्सप्रेस, त्रिवेणी एक्सप्रेस, स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस का ठहराव नहीं किया गया।जिसके कारण ग्रामीणों को यात्रा के लिए भारी भरकम पैसा खर्च करने के बाद बसों का सहारा लेकर यात्रा करना पड़ रहा है।उक्त सवारी ट्रेनों का ठहराव पुनः करने के लिए बीते 1 वर्षों से लगातार स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा कई बार उक्त ट्रेनों की ठहराव करने के लिए ज्ञापन दिया गया परंतु आज तक ट्रेन का ठहराव नहीं हुआ।जिससे आक्रोशित होकर हमारा पासवान समाज भी आगामी 10 जनवरी को रेल रोको आंदोलन में हजारों पासवान भाइयों के साथ एकजुट होकर रेल रोकने का काम अवश्य करेंगे।इस दौरान जोरदार नारे लगाए जा रहे थे आवाज दो हम एक हैं।बैठक में देव कुमार पासवान, मनोज पासवान, मनीष पासवान, क्षेत्र पंचायत सदस्य विनोद पासवान मूडिसेमर, क्षेत्र पंचायत सदस्य जवाहर पासवान धरतीडोलवा, ब्रिज किशोर पासवान, मुन्ना पासवान, सुमेर पासवान, पप्पू पासवान, राकेश पासवान, कृपा शंकर पासवान, उदय पासवान, बाबूलाल पासवान, फूलचंद पासवान, दीपक पासवान, बनारसी पासवान सहित सैकड़ो लोग मौजूद थे।