बीजपुर (रामबली मिश्रा)
बीजपुर। जरहा वन रेंज क्षेत्र के बघाडू जंगल से बीती रात कत्था के बीस पेड़ काट कर लकड़ी माफिया उठा ले गए।जब वन महकमे के अधिकारियों से जानकारी माँगी गयी तो सभी के हाथपाँव फूल गए।बताया जाता है कि इस समय जरहा वन रेंज क्षेत्र के जंगलों में धड़ल्ले से कत्था लकड़ी का अबैध कटान और कारोबार जारी है।रातोंरात करोड़पति बनने के फिराक में लकड़ी माफिया जंगल के रखवालों की मिली भगत से ही कत्था लकड़ी के कीमती पेड़ों का सफाया करने में लगे हुए हैं।गौरतलब हो कि इसके पहले भी ग्रामीणों की सक्रियता से कई बार लकड़ी सहित पिकअप को वन महकमा ने पकड़ा था लेकिन बाद में सब सेटिंग गेटिंग की भेंट चढ़ गया जिससे धंधा अनवरत जारी है।बताते हैं कि जंगल के रखवालों की मिली भगत से कीमती एंव प्रतिबंधित कत्था लकड़ी पर माफियाओं की नजर लगी हुई है।सूत्रों पर भरोसा करें तो वन कर्मी ही काश्त के परमिट के अलावा जंगल से काटी गई लकड़ी को भी उसी में नापी कर कागजी कोरम पूर्ण कर बाहर भेजने में लकड़ी माफियाओं की मदत करते हैं जिसके परिणाम स्वरूप जंगल अब सफाए की भेंट चढ़ता जा रहा है।बुजुर्गों ग्रामीणों का कहना है कि अगर वन कटान की यही स्थित रही तो वह दिन दूर नही जब जंगल के दर्शन दुर्लभ हो जायेगें।इस बाबत रेंजर राजेश सिंह ने का सूचना मिली है, मैं मौके पर जा रहा हूँ, केश काटा जाएगा।वहीं एसडीओ रेणुकूट वनप्रभाग भानेन्द्र सिंह ने कहा जंगल तो दूर की बात है काश्त से भी कत्था पेड़ काटने के लिए परमिशन लेना पड़ता है, जाँच कर सम्बन्धितों पर कार्रवाई की जाएगी।