ओबरा (पीडी राय/सौरभ गोस्वामी)
ओबरा। चोपन विकासखंड के बड़े हिस्से में रेलवे लाइनों के कारण हो रही दिक्कतों के खिलाफ आदिवासियों का चरणबद्ध आंदोलन मंगलवार को शुरू हो गया है।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आदिवासी विकास मंच के तत्वाधान में सैकड़ों आदिवासियों ने फफराकुंड रेलवे स्टेशन पर जोरदार प्रदर्शन किया।आसपास के दर्जनों टोलों से पहुंचे आदिवासियों ने रेलवे क्रासिंग, अंडर पास की मांग सहित रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। इस दौरान स्टेशन मास्टर एस बी पांडेय को महाप्रबंधक एवं मण्डल रेल प्रबंधक पूर्व मध्य रेलवे के नाम ज्ञापन सौंपा गया।आंदोलन को देखते हुए भारी संख्या में सुरक्षा बल के लोग मौजूद रहे।आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयोजक हरदेव नारायण तिवारी ने स्टेशन पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश के सबसे व्यस्त मालवाहक रेल मार्गों में एक रेनुकूट-चोपन-सिंगरौली रेलमार्ग चोपन विकास खंड के बड़े हिस्से के लिए दुखदायी साबित हो रहा है।इस रेलमार्ग की वजह से रेणुका पार सहित चोपन विकासखंड की बहुत बड़ी आबादी देश दुनिया से कटी हुयी है।रेणुका पार के 25 किलोमीटर से ज्यादा लंबे क्षेत्र से गुजरने वाले इस मार्ग पर रेलवे ने एक भी क्रासिंग या अंडर पास नहीं बनाया है।जिसके कारण इतनी दूरी तक वाहनों के गुजरने की कोई व्यवस्था नहीं है।कहा कि अगर जल्द सकारात्मक आदेश नही आया तो ट्रेन को रोकने का भी काम होगा।सभा की अध्यक्षता प्रधान प्रतिनिधि,पनारी लक्ष्मण यादव ने तथा संचालन रामचंद्र गोड ने किया।सभा को कामरेड लालचंद, बृजेश तिवारी, प्रभात पांडेय, भोला यादव, शिव प्रसाद खरवार, सतेंद्र भारती, राजाराम भारती, बसंती देवी, अकमानी देवी, गुलाब खरवार आदि ने संबोधित किया।