म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
– देश में मूल्य आधारित ग्राम विकास की जरूरत
– बनवासी सेवा आश्रम में किशोर किशोरी सहजीवन शिविर का दूसरा दिन
म्योरपुर। ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित बनवासी सेवा आश्रम के विचित्र महाकक्ष में आयोजित तीन दिवसीय किशोर किशोरी सहजीवन शिविर के दूसरे दिन शुक्रवार को शिविरार्थियों को विभिन्न पहलुओ पर जागरूक किया गया।शिविर के दूसरे दिन संबोधित करते हुए संदर्ध व्यक्ति समाज सेवी श्रीमोहन शुक्ल ने कहा कि गांधी के ग्राम स्वराज्य को मूर्त रूप देने के लिए बदलते परिवेश में नई तकनीकी जोड़ते हुए मूल्य आधारित ग्राम विकास की जरूरत है।कृषि प्रधान देश में जब कलम पकड़ने वाले कुदाल और कुदाल पकड़ने वाले भी कलम पकड़ेंगे तो देश संपन्न होगा।आने वाले समय में अन्न्न उत्पादन करने वाला ही राज करेगा और उसका ही महत्व ज्यादा होगा।इसके लिए जैविक उत्पाद के साथ बाजार की मांग बढ़ेगी।गांधी विचारक लेखक संतोष दिवेदी ने कहा कि ग्राम पंचायतें मजबूत होंगी जब लोकतंत्र के राजा मतलब हम जागेंगे, तभी पंचायतें मजबूत होंगी।कहा कि कुंभ करण छः माह सोता था, लेकिन हम लोग एक दिन जग कर पांच साल सो जाते है।अगर हम अपनी दिनचर्या के अनुसार लोक तंत्र के लिए भी जगे रहे तो ग्राम पंचायतें मजबूत होंगी।कहा की कुछ लोग जाग कर भी सोये रहते है।उन्हे उठाना पड़ता है।शिविरार्थियो को जैविक खेती, कंपोस्ट खाद बनाने की जानकारी के साथ सिंगरौली का इतिहास की जानकारी शुभा प्रेम द्वारा दिया गया और बताया गया कि ओधौगिक विकास के पहले यह क्षेत्र आत्मनिर्भर था और समाज में भाईचारा के साथ लोग रहते थे।अब यह क्षेत्र देश को रोशन कर रहा है, लेकिन प्रदूषण से जल जंगल,जमीन खराब हुए है मनुष्य का स्वास्थ्य भी खराब हो रहा है।इस मौके पर देवनाथ सिंह, यश्वी पाण्डेय, अमरजीत, प्रेमदयाल, रामजतन शुक्ल, मानमती आदि उपस्थित रहे।