लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ में जिला लेखा परीक्षा अधिकारी के पद से ‘डिप्टी डायरेक्टर’ के पद पर प्रमोशन पाने वाले तैनात कृष्णकांत सिंह की कहानी बहुत ही दिलचस्प है. कृष्णकांत का जन्म 5 अगस्त 1989 को सुलतानपुर के लंभुआ तहसील के देवरी गांव में हुआ था. कृष्णकांत के बाबा सीताराम सिंह प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे. यही कारण रहा कि इनकी भी शुरुआती शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय से शुरू हुई.
स्कूलों ने एडमिशन देने से कर दिया था मना
गांव में 5वीं तक की पढ़ाई करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए कृष्णकांत नोएडा अपने माता- पिता के पास आ गए. डिप्टी डायरेक्टर कृष्णकांत बताते हैं कि उनके समय में प्राथमिक विद्यालयों में अंग्रेजी का विषय नहीं पढ़ाया जाता था. इस कारण उनका परिचय अंग्रेजी विषय से नहीं था. अंग्रेजी न आने के कारण नोएडा के कई स्कूलों ने उन्हें दाखिला देने से मना कर दिया. इस वजह से उनका किसी तरह सरस्वती शिशु मंदिर नोएडा में दाखिला हो पाया.
पूरी क्लास उन पर हंसती थी
डिप्टी डायरेक्टर कृष्णकांत नोएडा के एक स्कूल से जुड़ा एक मजेदार किस्सा भी सुनाते हैं. कृष्णकांत बताते हैं कि अंग्रेजी का A, B, C, D भी उन्हें नहीं आता था. जब पहले दिन नोएडा के स्कूल की पहली क्लास में उनसे उनके शिक्षक द्वारा ‘व्हाट इज योर नेम’ पूछने पर उन्होंने कहा सर वह पढ़कर नहीं आए हैं. उन्हें इसका मतलब तक नहीं पता था. इस पर पूरी क्लास उन पर हंसने लगी थी.
दिल्ली यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई
डिप्टी डायरेक्टर कृष्णकांत ने बताया कि ये बात उन्हें चुभ सी गई. उसी दिन से उन्होंने ठान लिया था कि अंग्रेजी को अब वे सीखकर ही मानेंगे. फिर ‘जहां चाह वहां राह’ की लोकोक्ति को यथार्थ करते हुए उन्होंने अंग्रेजी विषय में महारत हासिल कर ली. दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने एक कोचिंग भी चलाई.
2016 में बन गए पीसीएस अधिकारी
इसके साथ ही साथ वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी लगे रहे. इसी बीच 2016 में उनका चयन जिला जज के यहां पेशकार के पद पर हो गया, लेकिन इस नौकरी से वे संतुष्ट नहीं थे. उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और 2016 में ही उनका चयन यूपीपीसीएस (UPPCS) परीक्षा में जिला लेखा परीक्षा अधिकारी के पद पर हो गया.
छात्रों से की मेहनत से पढ़ाई करने की अपील
इस परीक्षा में 19वीं रैंक होने के कारण उनका प्रमोशन बहुत ही जल्द ‘डिप्टी डायरेक्टर’ ऑडिट यानी कि A-क्लास ऑफिसर के रुप में हो गया. इस साक्षात्कार के दौरान एक सफल छात्र रहे डिप्टी डायरेक्टर कृष्णकांत सिंह ने प्रतियोगी छात्रों से खूब मेहनत, लगन और ईमानदारी से परीक्षाओं की तैयारी करने की अपील भी की.
Tags: Local18, Lucknow news, Success Story, UP news
FIRST PUBLISHED : November 27, 2024, 14:02 IST