ओबरा (पीडी राय/सौरभ गोस्वामी)
– ई-रिक्शा के चालान को लेकर तहसील परिसर में जमकर हुआ हंगामा
ओबरा। सम्पूर्ण समाधान दिवस के मौके पर ओबरा तहसील परिसर में आये एक फरियादी की तबियत अचानक खराब होने की वजह से उसे एम्बुलेंस द्वारा चोपन सीएचसी भेजा गया।नगर में ई-रिक्शा चलाने वाला चालक शिवशंकर पुलिस द्वारा दस हजार रुपए चालान काटने के क्षुब्ध होकर अपनी फ़रियाद लेकर शनिवार को ओबरा तहसील में लगे सम्पूर्ण समाधान दिवस के मौके पर अधिकारियों से जाकर गुहार लगाई।पुलिस के कार्यप्रणाली से नाराज ई-रिक्शा चालक की फ़रियाद के दौरान तबियत खराब हो गयी।उसके सीने में उठे तेज दर्द के बाद मौके पर मौजूद तहसीलदार अंजनी गुप्ता ने एम्बुलेंस बुलाकर उसे इलाज के लिए चोपन सीएचसी भेजा।तीन वर्षीय मासूम बच्ची और पत्नी के साथ ओबरा तहसील पहुंचे पीड़ित शिवशंकर ने बताया कि ई-रिक्शा के कागजात और लाइसेंस होने के बावजूद पुलिस ने जबरिया उसके ऊपर दस हजार रुपये का चालान काटा है।बताया कि एक पुलिसकर्मी द्वारा जबरिया ई-रिक्शा पर मोटरसाइकिल लादने का दबाव बनाया जा रहा था।जिसे लेकर उसने ई-रिक्शा पर लादने से साफ़ मना कर दिया।जिसके एवज में पुलिसकर्मियों ने उसपर दस हजार रूपये का चालान काट दिया गया।चालान के बाबत जानकारी लेने के लिए मौजूद लोगों ने प्रभारी निरीक्षक से बात की, तो उन्होंने डिप्टी सीएम के कार्यक्रम का हवाला देते हुए मौके पर किसी पुलिसकर्मी को भेजने की बात कही।थोड़ी ही देर बाद मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर क्राइम डीके चौधरी पीड़ित शिवशंकर को समझा रहे मौजूद लोगों पर भड़क उठे। जिसके बाद वहां माहौल गर्म हो गया।जिसके बाद तहसीलदार अंजनी गुप्ता ने मौके पर मौजूद लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।इस संबंध में क्राइम इंस्पेक्टर डीके चौधरी ने बताया कि नियमानुसार चालान कटा है, बाइक लादने की बात गलत है।