म्योरपुर (राजीव मिश्रा)
– सचिव की तैनाती न होने से क्षुब्ध प्रधानों ने किया था प्रदर्शन
– दो माह से सचिव के न होने से विकास कार्य ठप होने का लगाया था आरोप
म्योरपुर। स्थानीय विकास खंड की आठ ग्राम पंचायतों में सचिव की करीब दो माह से तैनाती नही हो सकी है।अधिकारियों के आश्वासन के एक सप्ताह बाद भी किसी की तैनाती न होना चर्चा में है।जनप्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों ने सचिव के तैनाती न होने पर व्यापक पैमाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।म्योरपुर विकास खंड की आठ ग्राम पंचायतों किरबिल, देवरी, काचन, करहिया, झापर, पिपरहर, राजासारई व बनमहरी में सचिव की तैनाती न होने से विकास कार्य पूरी तरह से ठप है।गांव में सचिव के न होने की वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।इस समस्या से क्षुब्ध होकर सात ग्राम पंचायत के प्रधान एवं उनके प्रतिनिधियों ने बीते सप्ताह भर पूर्व शनिवार को ब्लॉक मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था।इसके अलावा उसी दिन जिलाधिकारी से मिलकर भी सचिव के तैनाती की मांग की थी।इस दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी ने दो से तीन दिन में सचिव के तैनाती का आश्वासन भी दिया था, लेकिन लगभग सप्ताह भर बीत गए अब तक सचिव की तैनाती नहीं होने से लोगों में नाराजगी व्याप्त है।करीब दो माह से ग्राम पंचायत में सचिव के न होने से ग्रामीणों को परिवार रजिस्टर की नकल, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने समेत तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।इसके अलावा विकास कार्य भी पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है।कहा कई बार मांग के बावजूद अब तक सचिव की तैनाती न होने से उन्हें काफी मुश्किल हो रही है।कहा कि सचिव के न होने से तमाम मजदूरों की मजदूरी भी बकाया है।यही हाल लगभग सभी आठों ग्राम पंचायत का है।पूर्व में ग्राम प्रधानों ने संयुक्त रूप से पत्र लिखकर उच्चाधिकारियों को सचिव के तैनाती की मांग की थी, लेकिन अभी तक उस दिशा में कोई ठोस पहल नही हो सकी है।ऐसे में उन्होंने तत्काल सचिव की तैनाती की मांग की।जनप्रतिनिधियों किरबिल ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बच्चालाल प्रजापति, राजनरायन, दयाशंकर, भोला सोनी, संतोष कुमार, जनकधारी व जगजीवन समेत तमाम ग्रामीणों ने जल्द सचिव के तैनाती की मांग की है।