रेणुकूट(अमिताभ मिश्र)
रेणुकूट। राज्य परियोजना निदेशक लखनऊ द्वारा रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत राजकीय इण्टर कालेज पिपरी में 3 माह के आत्मरक्षा प्रशिक्षण की शुरूआत हुई। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं प्रभारी प्रधानाचार्य अशोक कुमार त्रिपाठी ने किया । एन आई एस कोच रवि सिंह ने कहा कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण एक जीवन कौशल है जो बालिकाओं में आत्मविश्वास पैदा करने, उनको अपने परिवेश के बारे में जागरूक होने एवं किसी भी अप्रत्याशित घटना के बचाव के लिए तैयार रहने में मदद करता है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं को संकट के समय अपनी रक्षा के लिए मनोवैज्ञानिक, बौद्धिक एवं शारीरिक रूप से मजबूत बनना सिखाया जाता है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत बालिकाओं को विपरीत परिस्थितियों से सामना करने हेतु मानसिक एवं शारीरिक रूप से सशक्त बनाते हुए प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं को ताईक्वांडो आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जा रही है। जिसमे पंच ,किक, ब्लॉकिंग, और गले का छुड़ाना,हाथ का छुड़ाना,बाल का छुड़ाना, कन्धे का छुड़ाना आदि सुरक्षा के दाॅंव-पेंच बताये गये कि हमे सड़क पर अगर कोई छेड़ता है, तो उनको कैसे जवाब देना है और अपनी सुरक्षा कैसे करनी है- के बारे में बताया गया।विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य अशोक कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मार्शल आर्ट हमारे लिए बहुत जरूरी है। इससे हम मुसीबत में अपनी सुरक्षा कर सकते हैं। हम सब को आत्मरक्षा/सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग लेनी चाहिये। आप सब भी ध्यान से सीखें और दूसरों को भी इसकी जानकारी दें । विद्यालय के बालिकाओं की नोडल आरती गुप्ता और क्रीड़ा – शिक्षक उमेश चन्द्र के साथ-साथ प्रमिला श्रीवास्तव एवं डॉ. उर्वशी श्रीवास्तव आदि लोग भी उद्घाटन समारोह में उपस्थित रहे ।