विंढमगंज (वीरेंद्र कुमार)
विंढमगंज। थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बूटबेढवा में स्थित रामलीला फड़ में आज स्थानीय रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव हेतु बैठक की गई।ओम रावत और बिकलेश भारती की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक मे स्थानीय रेलवे स्टेशन पर कोरोना काल के पूर्व में रुकने वाली ट्रेनों का ठहराव अब नहीं होने से आस पास के दर्जनों गावों के आमजनों को होने वाली समस्याओं पर चर्चा की गई तथा ट्रेनों का ठहराव पुनः कैसे हो इसकी रूपरेखा तैयार की गई।मौके पर मौजूद ओमप्रकाश ने कहा कि विंढमगंज का रेलवे स्टेशन आस पास लगभग 26 गावों के निवासियों को शिक्षा, चिकित्सा, व्यापार करने हेतु आवागमन का एक महत्वपूर्ण जरिया है।कोरोना काल में होने वाले लाकडाउन से पूर्व लगभग सभी ट्रेनों का ठहराव इस रेलवे स्टेशन पर था परंतु लाकडाउन में बन्द होने के बाद खुलने के उपरांत ट्रेनों का ठहराव पुनः बहाल नही किया गया।ठहराव न होने से लगभग दर्जनों गांव के हजारों आमजनों को इलाज, व्यापार, पढ़ाई इत्यादि के परिपेक्ष में कही आने जाने में अत्यंत असुविधा हो रही है।ट्रेनों के ठहराव के लिए पहले भी कई बार कई प्रकार के प्रदर्शन और बैठक की गई है, साथ ही संबंधित अधिकारियो को कई बार ज्ञापन भी दिया जा चुका है लेकिन स्थिति जस की तस है।स्थानीय लोक सभा सांसद, राज्यसभा सांसद भाजपा जिला अध्यक्ष समेत झारखंड के सांसद बीडी राम को भी आस पास के लगभग 20 ग्रामों के प्रधानों तथा जिला पंचायत सदस्य के साइन व मुहर लगा ज्ञापन भी पूर्व में दिया जा चुका है परंतु आश्वासन के अलावा कुछ भी न मिलने से लोगो में आक्रोश व्याप्त है जो कभी भी उग्र आंदोलन का रूप ले सकता है।ट्रेन ठहराव के बाबत आज पुनः नए सिरे से संबंधित अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर यह चेतावनी दी गई है कि अगर तत्काल आम जनों के हितों में ट्रेन का ठहराव नहीं किया गया तो आगामी दिनों में रेलवे स्टेशन विंढमगंज पर रेल रुको आंदोलन करने को हम सभी लोग बाध्य होंगे।इस मौके पर रमेश चंद्र एडवोकेट, राजेश रावत, उदय जायसवाल, आशीष जायसवाल, बलराम, नीरज, नंदकिशोर, सत्यानंद, अभिषेक प्रताप सिंह सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।