चोपन (मनोज चौबे)
चोपन। रेलवे संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु रेलवे यातायात प्रबंधक कार्यालय चोपन में आदिवासी विकास मंच द्वारा मंगलवार को रेलवे यातायात प्रबंधक को ज्ञापन दिया गया।ज्ञापन में कहा गया कि जिला प्रशासन द्वारा अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का परमिशन ना मिल पाने के कारण 3 घंटे का प्रदर्शन एवं सभा किया गया।सभा को संबोधित करते हुए आदिवासी विकास मंच के संयोजक हरदेव नारायण तिवारी ने ज्ञापन में लिखा है कि यदि 6 दिसंबर 2023 तक समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आदिवासी विकास मंच 7 दिसंबर को अगले आंदोलन की घोषणा करने के लिए मजबूर होगा।इस संबंध में 26 नवंबर 2023 को आदिवासी विकास मंच के सभी पदाधिकारी गण बैठक करेंगे और आंदोलन की रूपरेखा तय करेंगे।अत्यंत खेद का विषय है की पत्र माननीय प्रधानमंत्री जी माननीय रेल मंत्री जी डीआरएम धनबाद महाप्रबंधक रेलवे हाजीपुर बिहार को पत्र दिया गया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसको लेकर आदिवासियों में भारी आक्रोश पैदा हो गया है।रेलवे क्रॉसिंग न होने के कारण आदिवासी क्षेत्र में एंबुलेंस की सेवाएं नहीं प्राप्त हो पा रही है।पुलिस की गाड़ियां भी नहीं पहुंच पाती हैं।प्रसव पीड़ा से तड़प तड़प कर सैकड़ो महिलाएं चिकित्सा के अभाव में मर चुकी हैं।आदिवासियों ने फफरा कुंड के पास कड़िया में रेलवे क्रॉसिंग जोगीडीह रेलवे स्टेशन पर रेलवे क्रॉसिंग, खुलदिल रेलवे स्टेशन पर त्रिवेणी एक्सप्रेस एवं वाराणसी शक्ति नगर इंटरसिटी एक्सप्रेस का ठहराव तथा पूर्व में चल रही पैसेंजर ट्रेन चुनार चोपन गोमो पैसेंजर तथा चोपन कटनी पैसेंजर को चालू किए जाने की मांग किया गया है।चोपन कटनी पैसेंजर एवं चुनार चोपन गोमो पैसेंजर से इस आदिवासी क्षेत्र की जनता काम करने के लिए बाहर जाया करती थी इसके बंद होने से इस आदिवासी क्षेत्र में काम धंधा बंद हो गए हैं।क्षेत्र में बेरोजगारी बढ़ गई है, स्थिति अत्यंत भयावह होती जा रही है।कड़िया में रेलवे क्रॉसिंग तथा जोगीडीह में रेलवे क्रॉसिंग न होने से सैकड़ो गांव के आदिवासियों के बच्चे और इस क्षेत्र के आबादी को आने-जाने हेतु रेलवे क्रॉसिंग ना होने से बहुत बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।यदि इन समस्याओं का निदान नहीं किया गया तो आदिवासी बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
आदिवासी नेता समय लाल खरवार, सूबेदार गौड़, रामचंद्र गौड़ ने कहा कि हमारे पूर्वजो ने रेलवे लाइन बिछाने के लिए जमीन दिया था, उस समय लोग कुछ नहीं बोल पाए, आज इस आदिवासी क्षेत्र की जनता को रेलवे क्रॉसिंग जैसी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।अब आदिवासी लोग जाग चुके हैं, रेलवे प्रशासन एवं रेल मंत्री से अपील किया है कि समय रहते समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आदिवासी संघर्ष करने के लिए विवश होंगे।रमेश सिंह यादव, बृजेश तिवारी, कामरेड लालचंद, आर पी त्रिपाठी ने कहा की चाहे जो भी कुर्बानी देनी होगी इस आदिवासियों की समस्या का समाधान नहीं हो जाता देने के लिए तैयार हैं।सभा को उत्तम कुमार मिश्रा, शमीम अख्तर खान, लक्ष्मण यादव, राजकुमार भारती, रमेश केसरी, ईश्वर केसरी, रामविलास दुबे, रामनरेश खरवार, राजाराम भारती, अकमानी देवी, शिव प्रसाद खरवार, रामसूरत प्रजापति, कांति देवी, बसंती देवी, राजकुमार भारती, द्वारिका प्रसाद, चंद्रवंशी, सत्येंद्र भारती, जामुन गौड़, विश्व गौड़, लल्लन प्रजापति आदि ने संबोधित किया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चोपन पुलिस मौजूद रही।