म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
– महाराष्ट्र के नासिक के बांस एक्सपर्ट ने लिया स्थिति का जायजा
म्योरपुर। बांस कारीगरों को उत्पादन और बाजार के साथ कुशल कारीगरी की नई राह दिखाने के उद्देश्य से महाराष्ट्र के नासिक जिले के बांस उद्योग के विशेषज्ञ अजीत टिके और मिशन समृद्धि के स्टेट समन्वयक पंकज तिवारी ने सामाजिक संस्थान बनवासी सेवा आश्रम के कार्यक्षेत्र के गांवो का रविवार को दौरा किया।
इस मौके पर उन्होंने झारोकला, कटौली, डोड़हर, खैराही व महुली के कारीगरों से मुलाकात की और उनसे बातचीत कर कारीगरी से जुड़ी समस्याओं और बाजार की जानकारी ली।कार्यक्रम संयोजक देवनाथ भाई ने बताया कि बांस उत्पादन में भारत दुनियां में दूसरे नंबर पर है, यहां 12 हजार करोड़ का प्रतिवर्ष बांस का व्यापार होता है, जबकि चीन में एक लाख करोड़ का बाजार होता है।इससे जुड़े कारीगरों और किसानों को दो तीन और प्रजात्तियो के बांस लगाने को प्रोत्साहित किया जाए तो स्वरोजगार के नए युग की शुरुआत हो सकती है।वर्तमान समय में पूरी दुनिया में बांस के फर्निचर व साधन सामानों की मांग बढ़ रही है।आने वाले समय में बांस का युग आने वाला है, जिससे किसानों को फायदा होने वाला है और पर्यावरण भी शुद्ध रहेगा।उन्होंने बताया कि बांस उद्योग में मशीनरी बहुत कम लगती है।जिससे कारीगरों को अधिक रोजगार मिलता है।भारत सरकार की योजना नेशनल बंबू मिशन के बारे में लोगो से चर्चा किया गया।उन्होंने चर्चा के दौरान बताया कि बांस की खेती करने से लोगों की आमदनी बढ़ेगी।इस योजना के साथ बांस उद्योग खड़ा किया जाए तो कारीगर और किसान मालामाल होंगे और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।