सोनभद्र (विकास द्विवेदी)
सोनभद्र। पति के दीर्घायु के पर्व करवाचौथ पर महिलाओं ने दिनभर निर्जल उपवास किया।शाम को मंदिर और ब्राह्मण के घर करवाचौथ की कथा सुनी।रात को चांद दिखा, तो पूजा कर उपवास खोला।अलग अलग व्यंजन के साथ सास ने बहु को या जेठानी ने देवरानी को देकर सुहागिनों ने पौराणिक मान्यता के अनुसार करवा चौथ व्रत की शुरूआत की।शाम को चांद और पति का चेहरा देखकर महिलाओं ने व्रत खोला।राबर्ट्सगंज शहर सहित क्षेत्र में करवा चौथ को लेकर महिलाओं में उत्साह देखने को मिला।हिंदू धर्म में दीपावली से पहले आने वाले इस त्यौहार करवा चौथ का विशेष महत्व है।बुधवार को महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत किया।
अल सुबह सुहागिनों को घर की बडी महिलाओं ने सारगी देकर करवा चौथ का व्रत शुरू करवाया।महिलाओं ने दिनभर बिना जल अन्न ग्रहण किए व्रत रखा।महिलाएं सज-धजकर, सोलह श्रृंगार कर चौथ माता की पूजा करने पहुंची।सजी धजीं महिलाओं ने छलनी की ओट से अखंड सुहाग की कामना करते हुए परंपरा के तहत अर्घ्य देकर पति की लंबी उम्र और परिवार के सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।इस दौरान सुहागिन महिलाओं ने पति के साथ ही घर के बड़े बुजुर्गों का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।फिर जल ग्रहण कर पारण किया।करवा चौथ को लेकर महिलाओं में उत्साह दिखा।