विंढमगंज (वीरेंद्र कुमार)
विंढमगंज। स्थानीय थाना क्षेत्र के सलैयाडीह ग्राम पंचायत में अंग्रेजी हुकूमत के जमाने में अंग्रेज कलेक्टर विंडम साहब के द्वारा तालाब के भिट्ठे पर निर्मित ऐतिहासिक मां काली मंदिर पर संध्या आरती में श्रद्धालुओं की भीड़ हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़ी संख्या में प्रथम दिन मां शैलपुत्री की आरती में उमड़ पड़ी।भक्त जनों ने मां की स्तुति की।ऐसी मान्यता है कि आरती के समय जो भी लोग सच्चे मन से मां की कामना करते हैं उनका मनोरथ अवश्य पूरा होता है।
मां काली की प्रतिमा वास्तुकला की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है।लोगों का कहना है कि मां की प्रतिमा काले ग्रेनाइट पत्थर से बनी हुई है।मां काली की अद्वितीय प्रतिमा है और शक्तिपीठ भी है जहां हर मनोकामना पूरी होती है।यदि आप सच्चे मन से एक बार भी इस मंदिर में आकर मां की आराधना करते हैं तो आपका काम अवश्य पूरा हो जाएगा।
विण्ढमगंज के काली शक्तिपीठ मंदिर की महिमा अपार है।नवरात्रि में 9 दिन का विशेष अनुष्ठान किया जाता है।इन दिनों शाम को होने वाली विशेष आरती मे अपार जनसमूह उमड़ता है, ऐसी मान्यता है की आरती के समय मांगी गई हर मुराद माता रानी पूरा करती है।आरती के बाद भंडारे प्रसाद का वितरण किया गया।मौके पर प्रशासन दल बल के साथ मुस्तैद दिखा।