चोपन (मनोज चौबे)
चोपन। ओबरा में रेणुका नदी पर बने पूल का उद्घाटन करने आए लोकनिर्माण मंत्री जितिन प्रसाद को मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह ने ज्ञापन सौंपकर खराब हो चुकी संड़को को अविलंब दुरूस्त कराने की मांग की जिससे आम आदमी को राहत मिल सके।साथ ही चोपन सिंदुरिया मार्ग पर हो रहे सीसीरोड निर्माण कार्य में हीलाहवाली को लेकर भी विभाग की शिकायत की।ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि शासन के मंशानुसार अधिकतम उपयोग वाले सड़कों की प्राथमिकता के आधार पर गड्ढामुक्त करने का आदेश है परंतु दुर्भाग्य से एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से निम्न सड़कों का निर्माण
/मरम्मत नहीं किया जा रहा है जिसमें चोपन भरहरी मार्ग, चोपन से मध्य प्रदेश की सीमावर्ती गांव भरहरी तक जाने वाला मार्ग अत्यधिक यातायात व मालवाहक वाहनों के संचालन की वजह से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।जिसके मरम्मत के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में निविदा स्वीकृत हुई थी परंतु नियत समयावधि व्यतीत हो जाने के बावजूद भी संबंधित ठेकेदार द्वारा कार्य को पूर्ण नहीं कराया गया है जिसको पूर्ण कराये जाने हेतु निर्देशित करना आवश्यक है।चोपन बस स्टैंड से चोपन गांव तक जाने वाला रास्ता पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर गड्ढो में तब्दील हो चुका है जिसके निर्माण के लिए निर्देशित किया जाना जनहित में आवश्यक है।मारकुंडी से करगरा मीतापुर मार्ग पर लगभग 30 से 40 गांव आबाद है जहां की सड़के पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिस वजह से ग्रामीण आए दिन दुर्घटना के शिकार हो रहे है।उक्त सड़क का पुनर्निर्माण कराया जाना अति आवश्यक है।वाराणसी शक्तिनगर मार्ग पर चिन्हित माँ अमिला घाम होते हुए बिहार, झारखंड बॉर्डर पर स्थित बसुवारी तक जाने वाला मार्ग अत्यंत क्षतिग्रस्त है, उक्त मार्ग से जनपद सोनभद्र के पहाड़ी व जंगली इलाके सड़क व शहरी क्षेत्र से जुड़ते हैं।विशेष रूप से ज्ञातव्य हो कि इस सड़क पर स्थित करीब 60 गांव पूर्व में पूरी तरह नक्सल प्रभावित गांव रहे हैं जो आदिवासी बाहुल्य है उक्त सड़क का निर्माण/जीर्णोधार अति आवश्यक है।ज्ञापन लेने के उपरांत लोकनिर्माण मंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि जल्द ही इसके निराकरण के लिए विभाग को निर्देश जारी किया जाएगा।