ओबरा (पीडी राय/सौरभ गोस्वामी)
ओबरा। 154वे महात्मा गांधी जयंती एवं अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस को को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, ओबरा में बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी जी एवं भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के तस्वीर पर माल्यार्पण एवं वंदन के द्वारा किया गया।तत्पश्चात गोष्ठी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ० प्रमोद कुमार ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी सत्य एवं अहिंसा को मानने वाले एवं स्वयं पर प्रयोग के विचार रखते थे, वही लाल बहादुर शास्त्री जी सादा जीवन एवं उच्च विचार रखते थे।दोनों महापुरुषों का जीवन हमें भी प्रेरित करता रहता है।कार्यक्रम का संचालन कर रहे इतिहास के विभागाध्यक्ष डॉ० संतोष कुमार सैनी ने गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डाला।संस्कृत के प्रोफेसर राधाकांत पांडे ने दोनों महान विभूतियों के विचारों को आज के परिवेश में मार्गदर्शक के रूप बताया।वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ० महीप कुमार ने बताया कि दोनों महान विभूतियां सदैव से हम भारतीयों के मौलिक विचारों में समाहित है।गणित के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० सचिन कुमार ने सत्य एवं अहिंसा पर अपने विचार रखें वही जूलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० तुहार मुखर्जी ने सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन में सादगी के महत्व को बताया।गोष्ठी के उपरांत छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया।कॉमर्स की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० विभा पांडे, वनस्पति विज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० वैशाली शुक्ला एवं जंतु विज्ञान की विभागाध्यक्ष श्रीमती अंजलि मिश्रा निर्णायक मंडल में रही।प्रतियोगिता में रुचि कुमारी एमएससी द्वितीय सेमेस्टर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, रुही खान एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर एवं आँचल एमकॉम द्वितीय सेमेस्टर ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान प्राप्त किया।तृतीय स्थान पर रूमी खान एमए द्वितीय सेमेस्टर रही।कार्यक्रम के अंत मे महेश पांडेय ने वैष्णव जन को तेने कहिए गीत गाकर सभी को भाव विभोर कर दिया।इस अवसर पर छात्र-छात्राओं में पीयूष, शिवानी, मनोज, अपेक्षा, अभिषेक के साथ-साथ कर्मचारीगण अरुण कुमार, राधे श्याम, कुंदन सिंह एवं मनीष कुमार इत्यादि उपस्थित रहे।