बीजपुर (रामबली मिश्रा)
बीजपुर। वन विभाग की टीम द्वारा रविवार को जरहां वन रेंज के धरतीडाँड़ में लगभग 30 नग खैर (कत्था) की अवैध लकड़ी बरामद की है।जिसे जरहां वन रेंज कार्यालय ले आकर अग्रिम जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।रविवार को उप क्षेत्रीय वनाधिकारी जरहां रामसुख सिंह को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि धरतीडाँड़ में अवैध खैर की लकड़ी डंप की गई है जिसे तस्कर कहीं बेचने की फिराक में हैं, सूचना पाकर उन्होंने टीम गठित कर उक्त जगह पर छापेमारी कर दिया जहां से लगभग 30-35 नग खैर (कत्था) की बेशकीमती लकड़ी बरामद की गई।वन दरोगा राजू ने उक्त लकड़ी को जरहां (इन्जानी) रेंज कार्यालय लाकर जांच पड़ताल शुरू कर दिया।चर्चाओं के अनुसार जहां से खैर की लकड़ी की जब्ती हुई है उससे थोड़ी ही दूरी पर जंगल है, जहां पर खैर के पेड़ लगे हुए हैं।वन विभाग द्वारा आसपास के क्षेत्र के जंगलों में सघन जांच शुरू कर दी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उक्त लकड़ी कहां से लाई गई है व किसके द्वारा लाई गई है।विदित हो कि चंदन व सागौन की लकड़ी की तरह खैर (कत्था) की लकड़ी भी बेशकीमती होती है।पान में उपयोग होने वाले कत्थे का निर्माण भी इसी लकड़ी से होता है, इस कारण इस लकड़ी की मांग दूसरे प्रदेशों में ज्यादा है जिससे आसपास के प्रदेशों में इसकी भी तस्करी की जाने लगी है।भाजपा युवा नेता सुधीर पांडे ने वन विभाग पर ढुलमुल रवैये का आरोप लगाते हुए बताया कि वन विभाग लकड़ी माफियाओं को संरक्षण देता रहा है जिससे माफियाओं के हौसले इतने बुलंद होते जा रहे हैं की दिन दहाड़े खैर की लकड़ी की तस्करी कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि यदि वन विभाग इस मामले की गंभीरता से जांच पड़ताल करें तो बेशकीमती खैर के पेड़ काटने वाले वन माफिया सामने आ जाएंगे।इधर इस बाबत डिप्टी रेंजर जरहां रामसुख सिंह ने बताया कि लगभग 30 -35 नग खैर की लकड़ी मुखबिर की सूचना पर विभाग द्वारा पकड़ी गई है, लकड़ी को जरहां रेंज कार्यालय ले आया गया है, आगे की कार्रवाई की जा रही है।