कोन (मिथिलेश जायसवाल)
– अंधे को भी नहीं बख्शा प्रधान ने
कोन। कोन ब्लॉक के ग्राम पंचायत गिधिया में जन्मांध अमरजीत पुत्र तेजबली को प्रधानमंत्री आवास मिला था।जन्म से ही दोनों आँख से अंधे अमरजीत के खाते में आयी प्रधानमंत्री आवास की किश्त को ग्राम प्रधान ने निकलवाकर अपने पास रखकर आवास बनवाने का आश्वासन दिया।आरोप लगाया कि आवास का दोनों किश्तों का पैसा निकलवा कर ग्राम प्रधान ने अपने पास रख लिया, महीनो बीतने के बाद भी आवास का नीव भी नहीं खुद पाया।आवास का नीव भी नहीं खुदी और दोनों किश्त निकाल ली गयी, यह एक बड़े खेल की ओर इशारा कर रहा है, क्योंकि नियमानुसार नीव खोदकर फाउंडेशन पड़ने के बाद पंचायती राज विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जिओ टैगिंग कर सत्यापित करने के बाद ही आवास की दूसरी किश्त जारी किये जाने का नियम है।यहां तो नीव भी नहीं खुदी लेकिन दूसरी किश्त जारी हो गयी।इससे प्रतीत होता है कि सेटिंगबाज प्रधानों ने सिस्टम में छेद कर दिया है।जन्मांध अमर जीत ने बताया कि आवास के दोनों किश्त क्रमश: रु. 44000 व रु 76000 ग्राम प्रधान द्वारा आवास बनवाने के नाम पर यह कह कर ले लिया गया कि तुम अंधे हो आवास नहीं बनवा पाओगे, तुम्हारा आवास हम बनवा देंगे।लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा अभी तक नीव भी नहीं खुदवाया गया।इस मामले में ग्राम प्रधान से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।