ओबरा (पीडी राय/सौरभ गोस्वामी)
– उत्तर प्रदेश को बिजली संकट से मिलेगी राहत
ओबरा। प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी बिजली परियोजनाओं में शुमार 1320 मेगावाट की ओबरा ‘सी’ परियोजना 660 मेगावाट क्षमता की पहली इकाई को चालू करने में अभियंताओं ने सफलता हासिल कर ली है।25 अगस्त की देर शाम 8 बजकर 32 मिनट पर उक्त इकाई से बिजली उत्पादन शुरू कर सफलतापूर्वक ग्रिड से जोड़ दिया गया।ओबरा ‘सी’ परियोजना के कार्मिकों के साथ-साथ मेसर्स दूसान पावर इण्डिया प्रा0लि0 के अधिकारी इस स्वर्णिम पल के गवाह बने।गौरतलब है कि इसके पूर्व नवंबर-2020 में इकाई का ब्वायलर हाइड्रो टेस्ट, अप्रैल-2022 में ब्वायलर लाईटअप तथा अप्रैल-2023 में आयल सिंक्रोनाइज़ेशन कर लिया गया था।26 अगस्त के अपराह्न 12.00 बजे तक इस इकाई से 80 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा था।ओबरा तापीय परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक इंजीनियर राधे मोहन ने बताया कि निगम मुख्यालय के निर्देशों के अनुक्रम में इकाई का सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित किये जाने के उद्देश्य से इकाई का भार धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है।कोरोना महामारी के कारण विलम्बित हुई उप्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को शीघ्राति शीघ्र पूर्ण कराये जाने हेतु उप्र शासन तथा निगम मुख्यालय स्तर से नियमित अनुश्रवण किया जा रहा था।इकाई के परिचालित हो जाने से प्रदेश को 660 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उपलब्ध होने लगेगी तथा ओबरा परियोजना विद्युत आपूर्ति के क्षेत्र में पुनः अपने स्वर्णित इतिहास को दोहरायेगी।