म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
म्योरपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के रासपहरी गांव में एक महिला को हल छूना भारी पड़ गया।इसके लिए उसे काफी परेशानी उठानी पड़ी।गांव में महिला को दंडित करने के लिए बुधवार को जुटी पंचायत की सूचना पुलिस को मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया, यही नही हल छूने वाली महिला ने थाने में ग्रामीणों से माफी मांगी तब जाकर उसे छुटकारा मिला।
म्योरपुर थाना क्षेत्र के रासपहरी गांव में बीते दिनों एक महिला ने खेत में पड़ा अपना हल चोरी न हो जाए इस वजह से उसे घर में रख दिया था।यह करते हुए उसके पट्टीदारों ने देख लिया।यह बात जंगल में आग की तरह गांव में फैल गई।बरसात न होने को लेकर ग्रामीण इससे जोड़ कर देखने लगे।इसी बात को लेकर बुधवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण प्राथमिक विद्यालय कोटरडूबा के पास पंचायत जुटाई गई।जिसमें महिला को दंडित करने की योजना बन ही रही थी कि किसी ने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी।मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक बृजेश पांडे ने ग्रामीणों को उसको दंडित करने से रोका और काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों का तर्क था कि मान्यता के अनुसार महिला को हल नहीं छूना चाहिए नहीं तो कोई अनहोनी हो जाती है।
ऐसे में उनकी फसलें सूख रही है।ग्रामीणों का कहना था कि इसी वजह से बरसात नही हो रही है।इस पर सभी को म्योरपुर थाने लाया गया, जहां पर प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मण पर्वत ने सभी को समझाया और कहा कि यदि रासपहरी में हल छुआ है तो दूसरे गांव में तो बारिश होनी चाहिए, लेकिन दूसरे गांव में भी बारिश नहीं हो रही है।ऐसे में इस महिला का कोई दोष नहीं है।प्रभारी निरीक्षक के समझाने के बाद ग्रामीणों ने बात मान ली।इसके अलावा हल छूने वाली महिला ने भी सभी से माफी मांगी।इसके बाद जाकर मामला शांत हुआ।पंचायत के दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रामदयाल प्रजापति, भोला पनिका समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।उपनिरीक्षक बृजेश पांडे ने बताया कि महिला के हल छूने से ग्रामीण बारिश न होने से जोड़कर अंधविश्वास में थे।इसी को लेकर पंचायत जुटी थी लेकिन पुलिस के समझाने के बाद सभी मान गए।