म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
म्योरपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के रासपहरी गांव में रविवार को बिजली विभाग द्वारा काश्तकारों के बिना सहमति के विद्युत पोल गाड़े जाने से क्षुब्ध होकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर नाराजगी जताई।ग्रामीणों का कहना था कि सहमति के बावजूद तानाशाही रवैया अपनाते हुए जबरिया विभाग द्वारा उनके खेत में खंभे गाड़ दिए गए हैं।प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।म्योरपुर थाना क्षेत्र के रासपहरी गांव में रविवार को ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का कहना था कि नधिरा सबस्टेशन के लिए पिपरी से ले जाए जा रहे 33 हजार विद्युत क्षमता के आपूर्ति के लिए खंभों को किसानों की बिना सहमति के ही उनकी जमीनों में गाड़ कर ले जाया जा रहा है।प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने इसका विरोध किया तो विभाग द्वारा पुलिस बुलाकर जबरदस्ती खंभों को गड़वा दिया गया है।ग्रामीणों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि पूर्व में जिस रूट से विद्युत खंभे ले जाए गए हैं, उस रूट से न ले जाकर चौराहे के ऊपर से खंभे को करीब एक किलोमीटर डाइवर्ट करके ले जाया जा रहा है।प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि बिजली विभाग पूरी तरह से तानाशाही रवैया अपना रहा है।ग्रामीणों ने कहा कि रविवार को ही एसडीओ की मौजूदगी में सहमति बनी थी कि खंभों को दूसरे रास्ते से ले जाया जाएगा।कहा सहमति के बाद ग्रामीण अपने अपने घर चले गए, लेकिन सहमति के बावजूद दोपहर बाद बिजली विभाग द्वारा जबरिया खंभों को गड़वा दिया गया।विभाग के लोग किसानों की एक नही सुन रहे हैं और जबरदस्ती खंभे गड़वा दे रहे हैं।ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से तत्काल जांच कराकर उनके खेतों से खंभों को हटाने की मांग की है।उन्होंने कहा कि यदि खंभे नहीं हटे तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे।प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों में प्रधान प्रतिनिधि रामदयाल प्रजापति, सुदामा प्रजापति, रामचंद्र, अजय सिंह, जगदीश प्रजापति, रामजीत, पतिराज, बेचन, रामवृक्ष, वंशबहादुर, रामजन्म व रमेश समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।