बीजपुर (रामबली मिश्रा)
बीजपुर। रेणुकूट-बीजपुर मुख्य मार्ग से कुछ दूर ग्राम पंचायत पिंडारी, म्हरिकला, झीलों, खम्हरिया को जोड़ने वाली सेवकामोड से पिंडारी और बंका मोड़, ठुनठुनिया सम्पर्क सड़क पूरी तरह गढ्ढे में तब्दील हो चुकी है।चार गाँवों के लगभग 30 हजार की आबादी वाले दर्जनभर टोलो से सैकड़ों लोगों का आवागमन इसी सड़क से प्रतिदिन होता है।इतना ही नहीं प्रदेश की महत्वाकांक्षी परियोजना नमामि गंगे का कार्य भी इसी सड़क से होकर खम्हरिया में कराया जा रहा है।चारों गांवो को जोड़ने के लिए कुल लगभग 25 किलो मीटर तक जलेबी की तरह 20 साल पहले आरईएस और पीडब्ल्यू विभाग से सड़क निर्माण कार्य कराया गया था, तब से आज तक सम्पर्क सड़क की मरम्मत के नाम पर एक ढेला भी किसी ने खर्च नही किया और सड़क पूरी तरह टूट कर बड़े बड़े गढ्ढे में तब्दील हो चुकी है और पूरी सड़क में सोलिंग बिखरा पड़ा है। सोलिंग युक्त सड़क से गुजरने वाले दुपहिया वाहन चालक, शिक्षक, स्कूल के बच्चे आएदिन गिर कर चोटिल हो रहे हैं तो कुछ हादसे में जीवन भर के लिए लोग अपंग हो चुके हैं।इतना ही नही महिला शिक्षकों के लिए यह सड़क मुसिबत बनी हुई है।स्कूल पहुचने के लिए स्कूटी से जाना होता है और तब कहीं न कहीं दुर्घटना में शिक्षकाये आएदिन चोटिल होती रहती हैं।पिंडारी ग्राम प्रधान रामसजीवन, पूर्व प्रधान धीरेंद्र जायसवाल, दीनानाथ जायसवाल, जगदीश, रामाशीष, दयाशंकर, खम्हरिया प्रधान इजाजत शेख, पूर्व प्रधान शंकर दयाल विश्वकर्मा, झीलों ग्राम प्रधान सतेंद्र सिंह, सियाराम, जगदीश, म्हरिकला प्रधान सतरूपा सिंह, जवाहिर, राजेन्द्र सहित अनेक लोगों ने कहा कि सड़क खराब होने से गांव मे जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी सेवा एम्बुलेंस अथवा डायल 112 को आने में घण्टों समय लग जाता है।लोगों ने जनहित में जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराकर चारो गांवो को जोड़ने वाली इस ग्रामीण सड़क का तत्काल मरम्मत कराने की मांग की है।