सोनभद्र (विकास द्विवेदी)
– आरटीओ मिर्जापुर संजय तिवारी ने इंद्रेश को दिया प्रमाण पत्र
– खोजी गई सेंसर आधारित हेलमेट एवं अल्कोहल डिवाइसेज जो की हेलमेट न पहने होने या नशे की दशा में होने पर दोपहिया वाहन को नहीं होने देगा स्टार्ट
सोनभद्र। सड़क हादसे कई बार ऐसी सीख देते हैं, जो सृजन का आधार बन जाती है।ऐसी ही प्रेरणा 11वीं के छात्र इंद्रेश को तब मिली, जब उसके पिता सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए।काफी उपचार के बाद उनकी जान बची।इस घटना ने इंद्रेश के मस्तिष्क पर ऐसा असर डाला कि उसने एक ऐसे हेलमेट का निर्माण किया जो सेंसर से लैस है।इसकी खासियत है कि अगर चालक ने हेलमेट नहीं पहना तो बाइक स्टार्ट ही नहीं होगी।यही नहीं नशे की हालत में भी वह बाइक नहीं चला पाएंगे।इंद्रेश के इस निर्माण को सराहना मिल रही है।हाल के दिनों में परिवहन विभाग द्वारा लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रमुख सचिव परिवहन विभाग व परिवहन आयुक्त ने इंद्रेश कुमार के कार्य की प्रशंसा किया।मंगलवार को सोनभद्र दौरे पर आये सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय सोनभद्र में आरटीओ मिर्जापुर संजय तिवारी ने इंद्रेश कुमार को प्रमाण पत्र दिया।बता दें कि जनपद के मधुपुर क्षेत्र कोइलहिया बस्ती निवासी रामअवतार के पुत्र इंद्रेश कुमार जय ज्योति इंटर कॉलेज चुर्क में 11वीं के छात्र हैं।माध्यमिक विद्यालयों की बाल विज्ञान प्रतियोगिता के लिए उन्हें मॉडल बनाने का मौका मिला तो उन्होंने ऐसा हेलमेट बनाने को सोचा, जो सड़क हादसों को रोकने में मददगार बने।अपनी वैज्ञानिक सोच और तकनीक के इस्तेेमाल से इंद्रेश ने सेंसरयुक्त हेलमेट तैयार किया है।इस हेलमेट में सेंसर के अलावा माइक्रो कंट्रोलर, माइक्रो बैट्री पैनल लगे हैं।सेंसर के जरिए यह हेलमेट बाइक से कनेक्ट है।इसके चलते अगर चालक अपनी बाइक को बिना हेलमेट पहने चलाने की कोशिश करेगा तो बाइक स्टार्ट ही नहीं होगी।इतना ही नहीं अगर चालक ने शराब पी रखी है तो उसे महसूस कर भी बाइक चालू नहीं होने देगा।हेलमेट पहनकर धूम्रपान करने पर भी धुएं को एल्कोहल के रूप में पहचानते हुए सेंसर बाइक की इलेक्ट्रिक प्रणाली को अवरुद्ध कर उसे स्टार्ट नहीं होने देगा।इस प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद इंद्रेश अब सेंसर की मदद से हेलमेट पहने चालक को नींद या झपकी आने पर बाइक का इंजन स्वत: बंद होने और हेलमेट में लगी माइक्रो बैट्री को सोलर ऊर्जा से चार्ज करने की दिशा में काम कर रहे हैं।कुछ माह पूर्व परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने भी इसके कार्य की सराहना किया था।इस दौरान एआरटीओ धनवीर यादव, संभागीय निरीक्षक आलोक यादव आदि रहे।