म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
म्योरपुर। स्थानीय विकास खंड की तीन ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर आए धन को खर्च न करने को लेकर डीएम ने सख्ती दिखाई है।इस दौरान उनसे अब तक विकास के लिए आये धन जमा होने के कारण के बारे में जानकारी ली है।ग्राम पंचायतों की बात करें तो इनमें चिल्काडाँड़,त जमशीला और कोटा शामिल है।ग्राम पंचायतों में कितना कारणों से धन पड़ा है, बता पाना मुश्किल है, लेकिन जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने पत्र जारी कर ऐसे ग्राम पंचायतों के जिम्मेदारों के साथ मुख्य विकास अधिकारी की बैठक तय की है।पत्र की बात करें तो इसमें शासन द्वारा ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के लिए उपलब्ध कराये गयी अनुदान धनराशि के माध्यम से ग्राम पंचायत की आवश्यकता अनुरूप कार्यों की प्राथमिकता तय कर धनराशि का समुचित उपयोग करते का समग्र विकास किया जाना अपेक्षित था।डीएम ने पत्र में लिखा है कि मासिक समीक्षा बैठकों तथा जिला स्वच्छ भारत मिशन मैनेजमेंट कमेटी की बैठक के दौरान यह संज्ञान में आया कि कतिपय ग्राम पंचायतों में बड़ी मात्रा में अनुदान की धनराशि व्यय नहीं की जा रही है, जिसके कारण विकास कार्य अवरुद्ध है।इसके मद्देनजर डीएम ने पत्र में सम्बन्धित ग्राम पंचायतों में बैठक कराकर तत्काल विकास कार्य कराते हुए धनराशि का व्यय सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया था।इसी को लेकर ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों की बैठक का आयोजन सीडीओ के द्वारा होना था।इस संबंध में खंड विकास अधिकारी उमेश सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायतों के तमाम भुगतान अभी भी बकाया हैं, ऐसे में भुगतान होने के बाद धनराशि कम हो जाएगी।