Last Updated:
Sound in Joint: गर्दन झटखते समय कमर को सीधी करते समय कभी-कभार खट की आवाज निकल आती है लेकिन क्या यह अर्थराइटिस की शुरुआत है. क्या है सच्चाई, आइए इसके बारे में जानते हैं.
ज्वाइंट से क्यों आती है खट की आवाज.
Sound in Joint: हमारे शरीर की हड्डियों में कई ज्वाइंट हैं जहां से हड्डियां अलग हो जाती है. इन ज्वाइंट्स में जब भारीपन आता है या थकान होती है तो हम हल्के से उसे झटक देते हैं. इसे ज्वाइंट चटकाना कहा जाता है. कभी-कभार उन ज्वाइंट्स से खट-खट की आवाज निकल आती है. कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि यह खट-खट की आवाज निकलना अच्छी बात नहीं है क्योंकि यह गठिया या अर्थराइटिस की निशानी हो सकती है. आखिर इसकी सच्चाई क्या है. क्या सच में ज्वाइंट्स से आवाज निकलना अर्थराइटिस की शुरुआत है. आइए इसके बारे में जानते हैं.
ज्वाइंट को चटकने से क्या होता है
पहले यह जान लेते हैं हड्डियों के चटकाने से आवाज क्यों आती है. टीओआई की खबर के मुताबिक जब कोई अपनी उंगलियों या अन्य जोड़ो को चटकाते हैं, तो उस ज्वाइंट के कैप्सूल में खिंचाव होता है. इससे ज्वाइंट में जो कुशन देने वाला लिक्विड या फ्लूड होता है उसपर प्रेशर कम हो जाता है. ज्वाइंट के बीच में यह फ्लूड सिनोवियल फ्लूड है जो दो हड्डियों के बीच में चिकनाई प्रदान करता है. जैसे ही प्रेशर कम होता है. इस फ्लूड में गैस के बुलबुले बनते और फटते हैं. इसलिए वो खास ‘पॉप’ जैसी आवाज़ आती है. यह न तो हड्डियों के टकराने की आवाज़ होती है और न ही लिगामेंट्स के टूटने की बल्कि यह आपके शरीर के अंदर एक छोटे से बबल रैप फूटने जैसा होता है. यही कारण है जब आप पहली बार ज्वाइंट को चटकाते हैं तब आवाज निकलती है लेकिन दूसरी बार करने से आवाज नहीं निकलती क्योंकि अब वहां गैस है ही नहीं. ऐसे में आपको लगे कि यह आवाज किसी बीमारी का संकेत है लेकिन आमतौर पर ऐसा होता नहीं. इससे कोई नुकसान नहीं होता.
तो क्या हड्डियों का चटकना अर्थराइटिस है
इसका जवाब है नहीं. ज्वाइंट को चटकाने के बाद आवाज निकलना गठिया या आर्थराइटिस का संकेत नहीं है न इससे गठिया की बीमारी होती है. कई अध्ययनों में इस बात को साबित किया गया है कि ज्वाइंट को चटकाने से गठिया नहीं होती. इसके लिए जब अध्ययन किया गया है कि हेल्थ डाटा में पाया गया कि जो लोग ज्वाइंट को खूब ज्यादा चटकाते थे और जो लोग एकदम नहीं चटकाते थे, दोनों में अर्थराइटिस होने का जोखिम एकसमान था. जो आवाज़ आती है वह आमतौर पर सिनोवियल फ्लूइड में गैस के बुलबुले फटने की होती है न कि हड्डियों के आपस में रगड़ने की. इसलिए अगर ज्वाइंट चटकाने से आपको राहत या संतुष्टि मिलती है, तो बेफिक्र रहें, यह आपको गठिया की ओर नहीं ले जा रहा. इससे कोई परेशानी नहीं होगी. लेकिन याद रखें अनावश्यक न चटकाएं और जोर से न झटके, इतना ही करे जितना आप सहन कर सके. ज्यादा तेज झटकेंगे तो इससे ब्लड वैसल्स में प्रेशर पड़ेगा. इससे कई परेशानियां भी हो सकती है.