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Mau news hindi today: देश में आए दिन नए-नए केस देखने को मिलते रहते हैं. उसने जीजा पर अपनी बड़ी बहन नाजिया खातून….
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मऊ: जमीन से किसी शव को 135 दिन बाद बाहर निकालाना पड़े वह भी जेसीबी चला कर खुदाई करके ये काम किया जाए तो इसके पीछे साफ है कि कोई न कोई गहरा राज छिपा होगा. हम आपको जिस घटना के बारे में बताने जा रहे हैं वह उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की है. हम आपको कहानी बता रहे हैं उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के घोसी की जहां एक महिला के शव को 135 दिन बाद जेसीबी से खुदाई करके बाहर निकल गया है. यह पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है.
घोषी में 135 दिनों बाद एक महिला को फिर जमीन से खुदाई करके बाहर निकल गया है. इसकी एक खास वजह है. लोकल 18 से बात करते हुए नायब तहसीलदार अमरनाथ बताते हैं कि शव को कोर्ट के आदेश के बाद जमीन से 135 दिन बाद निकाला गया है. इस पूरे शव को निकालने के लिए 26 मिनट लगे. 26 मिनट जेसीबी चलने के बाद शव को बाहर निकाला गया और इस शव को निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
बीते 30 नवंबर को खुशी कस्बा की 19 वर्षीय युति ने पट्टी महमूदपुर निवासी अपने जीजा आयु पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. उसने जीजा पर अपनी बड़ी बहन नाजिया खातून की हत्या का भी आरोप लगाया है. आरोप लगाते हुए उसने बताया है कि उसका जीजा और उसके परिजन मिलकर उसकी बहन के शव को काजीपुरा कब्रिस्तान में चुपके से दफना दिए. इस पर उसने 11 फरवरी को घोसी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया. इस मुकदमे में विवेचना के दौरान हत्या की धारा हटाने का भी आरोप लगाया.
महिला इस पूरे प्रकरण को लेकर कोर्ट में पहुंच गई. कोर्ट के आदेश पर 13 अप्रैल को शव को कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम करने का मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आदेश दिया. आदेश मिलते ही मौके पर नायब तहसीलदार अमरनाथ भारी फोर्स के साथ प्रशासन की जेसीबी लेकर कब्रिस्तान में पहुंच गए और 135 दिन बाद इस शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया. यह मामला पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है.